
INDIA ASEAN meet on trade
नई दिल्ली। भारत और 10 देशों के संगठन आसियान के व्यापार मंत्रियों ने अपने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) की समीक्षा के दायरे को निर्धारित करने के लिये शीघ्र विचार-विमर्श शुरू करें। समीक्षा का उद्देश्य एफटीए को कारोबारियों के और अधिक अनुकूल, सरल और व्यापार में सहायक बनाना है। एक आधिकारिक बयान में रविवार को कहा गया कि इस मुद्दे पर 17 वीं आसियान-भारत आर्थिक मंत्रियों की 29 अगस्त को आयोजित वर्चुअल बैठक के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा की गयी।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि एफटीए की समीक्षा में देर हुई है। उन्होंने इस वर्ष के अंत से पहले पूर्ण समीक्षा शुरू करने का अनुरोध किया। बयान में कहा गया, ‘‘भारत और आसियान देशों के मंत्रियों ने वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे मुक्त व्यापार समझौते को व्यवसायों के अनुकूल, सरल और व्यापार सुनिश्चित करने योग्य बनाने के उद्देश्य से जल्द से जल्द समीक्षा का दायरा निर्धारित करने के लिये विचार-विमर्श शुरू करें। केंद्रीय मंत्री ने इस बात पर जोर डाला कि समझौते को पारस्परिक रूप से लाभप्रद होना चाहिये। उन्होंने मूल प्रावधानों के नियमों को मजबूत करने, गैर-शुल्क पाबंदियों को हटाने की दिशा में काम करने और भारतीय व्यवसायों को बेहतर बाजार पहुंच प्रदान करने की आवश्यकता भी व्यक्त की। गोयल और वियतनाम के उद्योग एवं व्यापार मंत्री त्रान तुआन अन्ह ने बैठक की सह-अध्यक्षता की। इसमें सभी 10 आसियान देशों ‘ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम’ के व्यापार मंत्रियों ने भाग लिया। भारत और आसियान देशों के बीच इस एफटीए पर 13 अगस्त 2009 को हस्ताक्षर किये गये थे। यह एफटीए एक जनवरी 2010 से अमल में है।