
8th Pay Commission: केंद्र सरकार 8वें वेतन आयोग के गठन को लेकर जल्द ऐलान कर सकती है। मिली जानकारी के अनुसार, आयोग गठन की प्रक्रिया को लेकर तैयारी चल रही है। उल्लेखनीय है कि इस साल जनवरी में सरकार ने आयोग का गठने करने का ऐलान किया था। 8वें वेतन आयोग को 1 जनवरी, 2026 से लागू किया जाना है। इस कदम से वेतन, पेंशन और भत्ते में संशोधन करके 50 लाख से अधिक केंद्र सरकार के कर्मचारियों और लगभग 65 लाख पेंशनभोगियों को लाभ मिलेगा। ऐसे में अगर आप सरकारी कर्मचारी हैं तो जान लें कि आपकी सैलरी कितनी बढ़ सकती है।
फिटमेंट फैक्टर पर बढ़ोतरी निर्भर करेगी
8वें वेतन आयोग के तहत वेतन में बढ़ोतरी फिटमेंट फैक्टर पर निर्भर करेगी जो 1.90 से 1.95 के बीच रह सकता है। आपको बता दें कि वेतन आयोगों में एक प्रमुख अवधारणा फिटमेंट फैक्टर है, जो सभी स्तरों पर संशोधित वेतन और पेंशन की गणना करने के लिए उपयोग किया जाने वाला एक सामान्य गुणक है। यह कर्मचारी ग्रेड या वेतन बैंड की परवाह किए बिना एक समान वेतन वृद्धि सुनिश्चित करता है। अगर फिटमेंट फैक्टर 1.90 से 2.5 के बीच रहा तो वेतन में अच्छी वृद्धि होगी। बता दें कि 7वें वेतन आयोग के तहत, 2.57 के फिटमेंट फैक्टर की बदौलत न्यूनतम मूल वेतन 7,000 रुपये से बढ़कर 18,000 रुपये हो गया। पेंशन में भी बड़ा संशोधन हुआ - 3,500 रुपये से 9,000 रुपये तक हो गया था। आयोग ने केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए एक स्वास्थ्य बीमा योजना भी शुरू की थी।
इस बार कितनी बढ़ोतरी की उम्मीद
हालांकि, 8वें वेतन आयोग के आधिकारिक फिटमेंट फैक्टर की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन अनुमान है कि यह 2.5 के आसपास हो सकता है। इससे वेतन और पेंशन में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है - संभावित रूप से गुणक और ग्रेड पे के आधार पर 40,000 रुपये से 1,00,000 रुपये तक वेतन बढ़ सकता है।
वेतन वृद्धि को समझने के लिए, इस उदाहरण से समझें।
- वर्तमान मूल वेतन: 40,000 रुपये/माह
- 8वें वेतन आयोग का फिटमेंट फैक्टर (काल्पनिक): 2.5
- संशोधित मूल वेतन: 40,000 × 2.5 = 1,00,000 रुपये/माह
- वास्तविक फिटमेंट फैक्टर की घोषणा तब की जाएगी जब 8वां वेतन आयोग अपनी सिफारिशें जारी करेगा।