Friday, April 26, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. कमजोर भारतीय शेयर मार्केट का तिलहन बाजार पर पड़ा असर, हफ्ते के पहले दिन ही आई ऐसी खबर

कमजोर भारतीय शेयर मार्केट का तिलहन बाजार पर पड़ा असर, हफ्ते के पहले दिन ही आई ऐसी खबर

आज भारतीय शेयर बाजार में कमजोरी देखने को मिली है। बीएसई सेंसेक्स 518 अंक से अधिक के नुकसान में रहा, जिसका असर तिलहन बाजार पर भी देखने को मिला। आइए आज जानते हैं कि हफ्ते के पहले दिन तिलहन कितना महंगा-सस्ता हुआ।

Vikash Tiwary Edited By: Vikash Tiwary @ivikashtiwary
Published on: November 21, 2022 21:58 IST
कमजोर भारतीय शेयर मार्केट का तिलहन बाजार पर पड़ा असर- India TV Paisa
Photo:PTI कमजोर भारतीय शेयर मार्केट का तिलहन बाजार पर पड़ा असर

Indian oilseed Market: विदेशी बाजारों में तेजी के रुख के बीच दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में सोमवार को तेल-तिलहन कीमतों में गिरावट का रुख दिखाई दिया और सोयाबीन तिलहन और बिनौला तेल कीमतें हानि के साथ बंद हुई। यही हाल भारतीय शेयरबाजार का भी रहा। खाद्य तेलों की कम आपूर्ति के बीच सरसों, मूंगफली, सोयाबीन तेल, सीपीओ और पामोलीन तेल कीमतें पूर्वस्तर पर बनी रहीं। 

इस वजह से 10 प्रतिशत महंगा बिक रहा तेल

सामान्य तौर पर सूरजमुखी और सोयाबीन डीगम तेल कम आपूर्ति के कारण लगभग 10 प्रतिशत महंगा बिक रहा है। उन्होंने कहा कि इस कम आपूर्ति की स्थिति को खत्म करने के लिए कोटा प्रणाली खत्म करके सूरजमुखी और सोयाबीन तेल पर 10 प्रतिशत का आयात शुल्क लगा देना चाहिए। इससे किसानों को फायदा होगा क्योंकि उनके तिलहन के अच्छे दाम मिलेंगे, आपूर्ति बढ़ने से उपभोक्ताओं को फायदा होगा और तेल मिलों को सस्ते आयातित तेलों की वजह से जो बाजार टूटा है, उससे राहत मिलेगी और सरकार को भी राजस्व की प्राप्ति होगी। 

कारोबारियों ने दी जानकारी

कारोबारियों ने कहा कि बिनौले तेल और खल की लागत बाजार भाव से अधिक है। नरमा भाव नीचे होने के कारण किसान मंडियों में कम फसल ला रहा है। खाद्य तेलों के लिए आयात पर बढ़ती निर्भरता और इसके लिए भारी मात्रा में विदेशी मुद्रा के खर्च के जाल से निकलने की जरूरत है। इसके लिए एकमात्र रास्ता किसानों को लाभकारी कीमत देकर देश में तिलहन उत्पादन बढ़ाना ही है।

सोमवार को तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:

सरसों तिलहन - 7,300-7,350 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये प्रति क्विंटल। 

मूंगफली - 6,585-6,645 रुपये प्रति क्विंटल। 
मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) - 15,100 रुपये प्रति क्विंटल। 
मूंगफली रिफाइंड तेल 2,445-2,705 रुपये प्रति टिन। 
सरसों तेल दादरी- 14,850 रुपये प्रति क्विंटल। 
सरसों पक्की घानी- 2,250-2,380 रुपये प्रति टिन। 
सरसों कच्ची घानी- 2,310-2,435 रुपये प्रति टिन। 
तिल तेल मिल डिलिवरी - 18,900-21,000 रुपये प्रति क्विंटल। 
सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 14,200 रुपये प्रति क्विंटल। 
सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 13,800 रुपये प्रति क्विंटल। 
सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 12,750 रुपये प्रति क्विंटल। 
सीपीओ एक्स-कांडला- 8,550 रुपये प्रति क्विंटल। 
बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 12,500 रुपये प्रति क्विंटल। 
पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 10,300 रुपये प्रति क्विंटल। 
पामोलिन एक्स- कांडला- 9,400 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल। 
सोयाबीन दाना - 5,650-5,750 रुपये प्रति क्विंटल। 
सोयाबीन लूज 5,460-5,510 रुपये प्रति क्विंटल।
मक्का खल (सरिस्का) 4,010 रुपये प्रति क्विंटल।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement