उत्तर प्रदेश अब ग्लोबल मंच पर डिजिटल इनोवेशन का मॉडल बनने जा रहा है। गूगल और वर्ल्ड बैंक ग्रुप ने मिलकर एक नई पार्टनरशिप की घोषणा की है, जिसके तहत उभरते हुए देशों के लिए AI-पावर्ड डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा। इस पहल की शुरुआत भारत के उत्तर प्रदेश से हुई है, जहां पहले ही एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत हजारों छोटे किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी देखी जा चुकी है।
गूगल और वर्ल्ड बैंक की यह पार्टनरशिप ओपन नेटवर्क स्टैक्स पर आधारित होगी, जो डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की तरह काम करेगा और नागरिकों को जरूरी सरकारी और सामाजिक सेवाओं तक पहुंच दिलाएगा। इसमें गूगल क्लाउड की AI टेक्नोलॉजी और Gemini मॉडल्स का इस्तेमाल होगा, जो 40 से ज्यादा भाषाओं में सेवाएं प्रदान कर सकेंगे. यानी गांव के किसान या कोई आम व्यक्ति भी अपने साधारण मोबाइल फोन से इन सेवाओं का लाभ उठा सकेगा।
उत्तर प्रदेश का सफल पायलट प्रोजेक्ट
गूगल और वर्ल्ड बैंक की यह साझेदारी उत्तर प्रदेश में चल रहे उस सफल पायलट प्रोजेक्ट पर आधारित है, जिसमें किसानों की उत्पादकता और मुनाफा बढ़ाने के लिए डिजिटल टूल्स का इस्तेमाल किया गया था। इसी के बाद Google.org अब एक नई गैर-लाभकारी संस्था नेटवर्क्स फॉर ह्यूमैनिटी (NFH) को फंड दे रहा है, जो दुनिया भर में डिजिटल इनोवेशन को बढ़ावा देगी, बेकन ओपन नेटवर्क और फिन्टरनेट एसेट टोकनाइजेशन जैसे प्रोजेक्ट्स पर काम करेगी और सामाजिक प्रभाव वाले एप्लीकेशन को विकसित करेगी।
सीएम योगी से अजय बंगा की मुलाकात
आपको बता दें कि कुछ महीने पहले ही वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर ‘UP AGREES’ और ‘AI Pragya’ जैसे दो बड़े प्रोजेक्ट लॉन्च किए थे। UP AGREES स्कीम बुंदेलखंड और पूर्वांचल के 28 जिलों में किसानों की खेती को नई टेक्नोलॉजी से जोड़ने पर काम कर रही है, ताकि किसान ज्यादा मुनाफा कमाएं और खेती टिकाऊ बने। वहीं, AI Pragya स्कीम के तहत राज्य सरकार और वर्ल्ड बैंक मिलकर 10 लाख युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की ट्रेनिंग दे रहे हैं। इससे युवा नई तकनीकों में निपुण बनेंगे और भविष्य में डिजिटल भारत के निर्माण में अहम योगदान दे सकेंगे।
उत्तर प्रदेश भारत की आर्थिक वृद्धि का इंजन
अजय बंगा से मुलाकात के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब पूरी दुनिया उत्तर प्रदेश को कोई रुकावट नहीं मानती, बल्कि इसे भारत की आर्थिक वृद्धि का इंजन समझती है। वर्ल्ड बैंक और गूगल जैसी बड़ी संस्थाओं के सहयोग से यूपी जल्द ही एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में बढ़ रहा है।



































