Blood Bath in Stock Market : भारतीय शेयर बाजार के लिए मौजूदा सप्ताह किसी बुरे स्वप्न जैसा है। अमेरिकी बाजार में आई गिरावट का असर लगातार तीसरे दिन भारतीय शेयर बाजारों में दिखाई दे रहा है। शुक्रवार को तो बाजार में हाहाकार जैसा माहौल था। करीब 700 अंकों की गिरावट के साथ खुला बाजार दोपहर होते होते, बाजार में गिरावट गहरा गई और सेंसेक्स 1000 अंक से ज्यादा गिरा गया। वहीं निफ्टी भी 17,600 के अहम स्तर को तोड़कर नीचे आ गया।
अमेरिकी मंदी से आया भारतीय बाजार को बुखार
विशेषज्ञों के अनुसार भारतीय बाजार में ताजा गिरावट के पीछे अमेरिकी फेड की सख्ती को लेकर गहराती आशंकाएं हैं। विश्लेषकों के अनुसार मंदी की आह से दुनिया भर के बाजार सहमे हैं, इसी का असर दलाल स्ट्रीट पर भी दिख रहा है। इसके अलावा रेटिंग एजेंसी फिच ने इस सप्ताह की शुरुआत में वैश्विक आर्थिक तनाव, बढ़ती महंगाई और सख्त होती आरबीआई मौद्रिक नीति के कारण चालू वित्त वर्ष के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद के विकास के अनुमान को 7.8 प्रतिशत से घटाकर 7 प्रतिशत कर दिया है।
ग्लोबल चिंताओं से भारत में भी घबराहट
विशेषज्ञों के अनुसार मजबूत घरेलू आर्थिक वृद्धि की उम्मीद में भारतीय शेयर बाजारों ने अभी तक अन्य प्रतिस्पर्धी देशों से बेहतर प्रदर्शन किया था, लेकिन लंबे समय तक वैश्विक रुख से अलग होना मुश्किल है। भारतीय इक्विटी बाजारों में एक बार फिर बिकवाली का दबाव देखा जा रहा है। डॉलर इंडेक्स में तेज उछाल के कारण भारत सहित दूसरी वैश्विक मुद्राएं कमजोर हो रही हैं। अमेरिकी बॉन्ड यील्ड अमेरिकी मुद्रास्फीति की संख्या के बाद है।
FII की भारी बिकवाली
बाजार में गिरावट का एक प्रमुख कारण विदेशी निवेशकों की बिकवाली है। एफआईआई ने भी अपनी निरंतर खरीद रोक दी है और एक बार फिर एफआईआई की बिकवाली शुरु हो गई है। विदेशी निवेशकों ने गुरुवार को सात दिन की लंबी खरीदारी की लकीर को तोड़ते हुए, भारतीय इक्विटी में शुद्ध 173 मिलियन से अधिक के शेयरों की बिक्री की है।
इन कंपनियों के शेयरों में बिकवाली
सेंसेक्स के शेयरों में टेक महिंद्रा, इन्फोसिस, टाटा स्टील, बजाज फिनसर्व और एक्सिस बैंक प्रमुख रूप से नुकसान में रहे। दूसरी तरफ इंडस्लैंड और सन फार्मा लाभ में हैं। एशिया के अन्य बाजारों में कल जापान का निक्की, हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त के साथ बंद हुआ, जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहे। वहीं, अमेरिकी शेयर बाजार बुधवार को मजबूती के साथ बंद हुए। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘आईटी और फार्मा शेयरों में बिकवाली से वैश्विक बाजारों की सकारात्मक प्रवृत्ति को दरकिनार करते हुए घरेलू बाजारों ने अपने शुरुआती लाभ को गंवा दिया। वहीं मिडकैप और स्मॉलकैप ने बेहतर प्रदर्शन किया।’’ इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.04 प्रतिशत गिरकर 94.06 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को 1,397.51 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।