Wednesday, December 11, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बाजार
  4. US Fed Rate Cut : 0.25% या 0.50%, कितना रेट कट चाहता है शेयर बाजार? यहां समझिए तेजी-मंदी का गणित

US Fed Rate Cut : 0.25% या 0.50%, कितना रेट कट चाहता है शेयर बाजार? यहां समझिए तेजी-मंदी का गणित

US Fed rate cut : शेयर बाजार की चाल इस बात पर निर्भर करेगी कि यूएस फेड की रेट कट के पीछे क्या मंशा रही है। अगर अमेरिकी केंद्रीय बैंक मंदी को देखते हुए तेज रेट कट सायकल की बात करता है, तो यह मार्केट के लिये निगेटिव न्यूज होगी।

Written By: Pawan Jayaswal
Published : Sep 18, 2024 9:01 IST, Updated : Sep 18, 2024 9:11 IST
यूएस फेड रेट कट- India TV Paisa
Photo:FILE यूएस फेड रेट कट

US Fed rate cut : शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले लोग जिस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, वह आ गया है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की दो दिवसीय बैठक शुरू हो गई है और आज रात एक अहम फैसला आने वाला है। 4 साल बाद फिर से अमेरिका में रेट कट की शुरुआत होने की पूरी उम्मीद है। अब सवाल यह नहीं रह गया है कि यूएस फेड रेट कट करेगा या नहीं। बल्कि सवाल यह है कि यह रेट कट 0.25% की होगी या 0.50% की। सीएमई फेडवॉच टूल के अनुसार, 67% वॉल स्ट्रीट ट्रेडर्स का मानना है कि 0.50 फीसदी की कटौती होगी। जबकि 33% का मानना है कि 0.25 फीसदी की कटौती होगी। इस साल के आखिर तक बाजार प्रमुख ब्याज दर में 100 आधार अंक यानी 1 फीसदी की कटौती की उम्मीद कर रहा है। 2020 के बाद यह 4 साल में पहला रेट कट चक्र होगा। 

बाजार में कब आएगी तेजी या गिरावट?

अब ब्याज दरों में चाहे 0.25 फीसदी की कटौती हो या 0.50 फीसदी की, शेयर बाजार में तेजी या गिरावट के लिए सबसे बड़ा ट्रिगर फेडरल रिजर्व के गवर्नर जेरोम पॉवेल की इस कटौती के पीछे की मंशा होगी। अगर फेड इसलिए रेट कट करता है, क्योंकि महंगाई थम गई है और ग्रोथ धीमी हो रही है, लेकिन इकोनॉमी पर संकट नहीं है, तो यह एक धीमा और स्थिर रेट कट सायकल होगा। यह शेयर मार्केट के लिए गुड न्यूज होगी। दूसरी तरफ मंदी से निपटने के लिए फेड रेट कट करता है, तो यह एक तेज रेट कट सायकल होगा, जो बाजार के लिए निगेटिव न्यूज है।

अगर फेड 0.50 फीसदी का रेट कट करता है और कहता है कि वह ग्रोथ को लेकर चिंतित है और आगे भी रेट कट की जरूरत है, तो यह एक चिंतनीय बात होगी। दूसरी तरफ फेड रेट कट करने के साथ कहता है कि वह महंगाई को लेकर सचेत है। इसका मतलब होगा कि वे मानते हैं कि ग्रोथ धीमी हो रही है, लेकिन महंगाई का खतरा भी है, जिसका अर्थ है कि इकोनॉमी के लिए बड़ी चिंता की बात नहीं है। यह मार्केट के लिए पॉजिटिव रह सकता है।

पुराने उदाहरण कह रहे अलग कहानी

दिग्गज निवेशक निलेश शाह के अनुसार, बाजार 2023 के मध्य से ही फेड की चाल को भांपने में गलत रहा है। उन्होंने कहा, '2023 के मध्य में पहली रेट कट की उम्मीद थी और मेरा मानना है कि इस बार भी बाजार फेड की चाल की भविष्यवाणी करने में गलत होगा।' रेट कट चक्र शेयर बाजार के लिये अच्छा रहता है, लेकिन पिछले तीन उदाहरण कुछ और ही कहानी कहते हैं। 2001 में निफ्टी 35% गिर गया था। 2007 में यह शुरू में थोड़ा सा गिरा, लेकिन 2008 में 60% गिर गया। साल 2019 में यह स्थिर रहा।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Market News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement