Saturday, December 14, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. फायदे की खबर
  4. इन दुकानों पर मिलती हैं 90% तक सस्ती दवाइयां, सरकार साल के अंत तक इन मेडिकल स्टोर्स की संख्या 10,000 करेगी

इन दुकानों पर मिलती हैं 90% तक सस्ती दवाइयां, सरकार साल के अंत तक इन मेडिकल स्टोर्स की संख्या 10,000 करेगी

भारत में दवाओं की महंगाई के चलते बहुत से रोगी सही इलाज प्राप्त नहीं कर पाते हैं, इसी के चलते देश में जनऔ​षधि केंद्र खोले गए हैं, जहां 90 प्रतिशत सस्ती दवाएं मिलती हैं।

Written By: Sachin Chaturvedi @sachinbakul
Published : Jun 17, 2023 11:12 IST, Updated : Jun 17, 2023 11:19 IST
 Jan Aushadhi Kendras- India TV Paisa
Photo:AP Jan Aushadhi Kendras

सरकार ने आम लोगों को महंगी दवाओं से निजाद दिलाने के लिए देश भर में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों (Jan Aushadhi Kendra) की शुरुआत की है। इन जन औषधि केंद्रों पर डायबिटीज, ब्लडप्रैशर, हार्ट और अन्य गंभीर बीमारियों की दवाएं करीब 50 से 90 प्रतिशत के डिस्काउंट (Cheap Medicine) पर मिलती हैं। अब सरकार इन जन औषधि केंद्रों का नेटवर्क बढ़ाना चाहती है। इसके लिए सरकार ने जन-औषधि केंद्रों की संख्या बढ़ाने के लिए आवेदन मंगाए हैं। सरकार की प्लानिंग इस वर्ष के अंत तक ऐसे लगभग 10,000 केंद्रों का परिचालन शुरू करने की है। 

देश में बढ़ेगा जनऔषधि का नेटवर्क 

भारतीय औषधि एवं चिकित्सा उपकरण ब्यूरो (पीएमबीआई) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रवि दधीच ने कहा, “देशभर में इस वर्ष के अंत तक 10,000 जन औषधि केंद्रों का परिचालन होने की उम्मीद है।” उन्होंने कहा कि गत 31 मई तक देश भर में कुल 9,484 जन औषधि केंद्र सक्रिय थे। दधीच ने गुरुग्राम स्थित केंद्रीय भंडारगृह में संवाददाताओं से कहा कि इन केंद्रों को स्थापित करने के लिए आवेदन मंगाए गए हैं। प्रधानमंत्री भारतीय जन-औषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) के अंतर्गत देशभर में चार भंडारगृह हैं जो गुरुग्राम, चेन्नई, गुवाहाटी और सूरत में मौजूद हैं। गुरुग्राम स्थित केंद्रीय भंडार गृह सबसे बड़ा है। दधीच ने बताया कि पीएमबीजेपी फिलहाल 1,800 दवाइयों के साथ-साथ शल्य क्रिया के 285 उपकरण गुणवत्ता से समझौता किए बिना काफी किफायती कीमतों पर उपलब्ध करा रहा है। 

सहकारी समितियों में खुलेंगे जनऔषधि केंद्र 

मंत्रालय ने बयान में कहा कि करीब 1,000 जन-औषधि केंद्र इस साल अगस्त तक खुल जाएंगे जबकि बाकी जन-औषधि केंद्र दिसंबर तक खुलेंगे। हाल ही में पैक्स समितियों को जन-औषधि केंद्र खोलने की मंजूरी देने का यह फैसला किया गया। इसके लिए देशभर से 2,000 पैक्स समितियों का चयन किया जाएगा। सहकारिता मंत्रालय ने कहा, ‘‘इस महत्वपूर्ण फैसले से न केवल पैक्स समितियों की आय और रोजगार अवसरों में बढ़ोतरी होगी बल्कि दवाएं भी लोगों को किफायती दाम पर मुहैया कराई जा सकेंगी।’’ 

यहां मिलती हैं 90 प्रतिशत तक सस्ती दवाएं 

देशभर में अबतक किफायती दवाओं की बिक्री वाले 9,400 से अधिक जन-औषधि केंद्र खुल चुके हैं। इन केंद्रों के जरिये करीब 1,800 दवाओं और 285 चिकित्सा उपकरणों की बिक्री की जाती है। इन दवाओं के दाम खुले बाजार में मिलने वाली ब्रांडेड दवाओं की तुलना में 50-90 प्रतिशत तक कम होते हैं। जन-औषधि केंद्र खोलने के लिए आवेदक के पास न्यूनतम 120 वर्ग फुट की जगह होनी चाहिए। इसका आवेदन शुल्क 5,000 रुपये है।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। My Profit News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement