
सोने का भाव एक बार फिर 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब पहुंच गया है। हालांकि, सोने के प्रति भारतीयों में अलग तरीके की दिवानगी है। कीमत कितनी भी बढ़ जाएं, सोना खरीदेंगे ही। आपको बता दें कि पिछले एक साल में सोने की कीमत में 40% और 24 महीनों में 70% की बढ़ोतरी हुई है। इसके बावजूद लोग सोना खरीद रहे हैं। सोना को संकट का साथी भी कहा जाता है। ऐसे में अगर आप भी सोने खरीदने की योजना बना रहे हैं तो ज्वैलरी की जगह Gold Coin खरीदें। सोने के सिक्के अलग-अलग वजन में आते हैं। आप 0.5 ग्राम से लेकर 100 ग्राम तक, और 22 या 24 कैरेट के अलग-अलग शुद्धता वाले सोने के सिक्के खरीद सकते हैं। साथ ही, इसे नकद में बदलना भी आसान है। आपको अपनी नकदी की जरूरतों को पूरा करने के लिए बस बेचना होगा। आइए जानते हैं कि गोल्ड क्वाइन खरीदने के क्या हैं फायदे?
गोल्ड क्वाइन खरीदने के फायदे
- शुद्धता की गारंटी: गोल्ड क्वाइन 22 या 24 कैरेट में आते हैं। हॉल मार्क लगे होने के कारण शुद्धता की चिंता नहीं होती है।
- मेकिंग चार्ज से छुटकारा: ज्वैलरी की तुलना में गोल्ड क्वाइन पर मेकिंग चार्ज या डिजाइन कॉस्ट बहुत ही कम होता है। आम तौर पर ज्वैलरी पर सोनार 10 से 15 फीसदी मेकिंग चार्ज वसूल लेते हैं।
- बेचना आसान: गोल्ड क्वाइन को ज्वैलर्स, बैंक या गोल्ड लोन कंपनियों के जरिए आसानी से बेचा या गिरवी रखा जा सकता है।
- कम पैसे में निवेश: गोल्ड क्वाइन 0.5 ग्राम से लेकर 100 ग्राम तक की मिलते हैं, जिससे आप अपनी सुविधा अनुसार कम पैसे में निवेश कर सकते हैं।
- बेहतर रिटर्न: सोने की कीमत में समय के साथ बढ़ोतरी होती है, जिससे गोल्ड क्वाइन एक सुरक्षित और स्थिर निवेश विकल्प बनता है।
- कम जोखिम: महंगाई और आर्थिक अनिश्चितता के दौर में गोल्ड क्वाइन एक विश्वसनीय निवेश विकल्प माना जाता है।
इस तरह आप सोने की ज्वैलरी की जगह अगर गोल्ड क्वाइन खरीदते हैं तो हमेशा ज्यादा फायदे में रहेंगे। कभी जरूरत पड़ी तो पैसे ज्वैलरी के मुकाबला निकालना आसान होगा।