नवंबर में बजाज ऑटो की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई। बजाज ऑटो की नवंबर में घरेलू दोपहिया वाहनों की बिक्री सालाना आधार पर एक प्रतिशत घटकर 2,02,510 यूनिट रह गई।
मारुति सुजुकी इंडिया की नवंबर में कुल बिक्री भी सालाना आधार पर 26 प्रतिशत बढ़कर 2,29,021 यूनिट हो गई।
महिंद्रा एंड महिंद्रा बताया कि इस साल अक्टूबर में उसकी कुल बिक्री 26 प्रतिशत बढ़कर 1,20,142 यूनिट हो गई।
जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर इंडिया ने बुधवार को बताया कि सितंबर में उसकी थोक बिक्री सितंबर 2024 की तुलना में 34 प्रतिशत बढ़कर 6,728 यूनिट हो गई।
हुंडई मोटर इंडिया की घरेलू बिक्री पिछले महीने 11 प्रतिशत घटकर 44,001 यूनिट रह गई, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में ये 49,525 यूनिट थी।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अजीत मिश्रा ने कहा कि ये सप्ताह घटनाओं से भरा रहेगा और एक नए महीने की शुरुआत होगी। निवेशक एचएसबीसी की मैन्यूफैक्चरिंग, सर्विस और पीएमआई के साथ ही वाहन बिक्री के आंकड़ों पर भी नजर रखेंगे।
जुलाई 2025 में मारुति सुजुकी की बिक्री 3 प्रतिशत बढ़कर 1,80,526 यूनिट रही। कंपनी ने जुलाई 2024 में 1,75,041 गाड़ियां बेची थीं।
कमर्शियल गाड़ियों की बिक्री अप्रैल-जून तिमाही में मामूली 0.6 प्रतिशत घटकर 2,23,215 यूनिट रह गई, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 2,24,575 यूनिट थी।
बजाज ऑटो की भी अप्रैल में कुल बिक्री सालाना आधार पर 6 प्रतिशत घटकर 3,65,810 यूनिट रह गई।
हुंडई मोटर इंडिया की अप्रैल में कुल बिक्री सालाना आधार पर 5 प्रतिशत घटकर 60,774 यूनिट हो गई।
छत्तीसगढ़ में इस साल गाड़ियों की बिक्री में दर्ज की गई धमाकेदार बढ़ोतरी के पीछे राज्य में लागू की गईं कल्याणकारी योजनाओं की सबसे बड़ी भूमिका है, जो सीधे तौर पर आम जनता की आर्थिक स्थिति को मजबूत बना रही हैं।
पिछले महीने डीलरों को 2,81,210 यात्री वाहनों की आपूर्ति की गयी थी जबकि अगस्त 2021 में यह आंकड़ा 2,32,224 इकाई था।
पाकिस्तान में ऑटोमाबाइल दिग्गज टोयोटा, होंडा, सुजुकी, किया ने नई ऑटो पॉलिसी के तहत टैक्स और शुल्क में राहत मिलने के बाद अपने चार-पहिया वाहनों की कीमतों में भारी कटौती की है।
केयर रेटिंग्स की इस रिपोर्ट से इस बात का संकेत मिलता है कि केंद्र सरकार एक बार फिर राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन पर विचार कर रही है।
फाडा ने वाहन कंपनियों से कहा है कि कारोबार को आर्थिक दृष्टि से व्यावहारिक बनाने के लिए डीलरशिप पर लागत ढांचे में कम से कम 20 प्रतिशत की कमी लाई जाए।
ऑटो सेक्टर में मंदी का असर सिर्फ महिंद्रा एंड महिंद्रा पर ही नहीं, अन्य बड़ी कार निर्माता कंपनियों पर भी पड़ा है। कंपनी ने कहा कि वाहनों का पर्याप्त भंडार होने की वजह से प्रबंधन को ऐसा नहीं लगता कि इससे बाजार में उसके वाहनों की उपलब्धता पर असर पड़ेगा।
केंद्र सरकार ऑटो मोबाइल पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) घटाने के उद्योग के प्रस्ताव को जीएसटी परिषद में रखने के लिए तैयार है। उद्योग की मांग है कि खपत की मंदी समाप्त करने के लिए जीएसटी को घटाकर 18 प्रतिशत किया जाए।
केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल वाहनों की जगह इलेक्ट्रिक वाहन चलाने की कोई समय-सीमा तय नहीं की है। एक सरकारी अधिकारी ने बुधवार को इस आशय का बयान दिया। यह बयान ऐसे समय काफी महत्वपूर्ण है जब नीति आयोग ने जून में दोपहिया और तिपहिया वाहन बनाने वाली कंपनियों को 2025 की समयसीमा को ध्यान में रखते हुए परम्परागत वाहनों की जगह बैटरी चालित वाहनों को अपनाने के ठोस उपाय कदमों के बारे में दो सप्ताह के भीतर सुझाव देने को कहा था।
कार बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने विद्युत-वाहनों के साथ ही हाइब्रिड और सीएनजी कारों के लिये भी कर में छूट देने की मांग की है। कंपनी का कहना है कि इससे देश में आवागमन की कम प्रदूषणकारी प्रणालियों को बढ़ावा मिलेगा।
उद्योग संगठन फेडरेशन ऑफ आटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) ने दावा किया है कि पिछले तीन माह के दौरान खुदरा विक्रेताओं ने बिक्री में भारी गिरावट की वजह से करीब दो लाख कर्मचारियों की छंटनी की है।
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