प्रोफेसर त्रिलोचन शास्त्री की ओर से दायर याचिका में केंद्र सरकार को निर्देश देने की मांग की गई है ताकि रबी फसलों की कटाई और खरीफ की बुवाई समय पर करने के लिए जिलों व राज्यों के बीच मजदूरों का आवागमन सुनिश्चित हो।
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश में लागू लॉकडाउन के दूसरे चरण के लिए बुधवार को जारी दिशा-निर्देश के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में औद्योगिक इकाइयों को सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए 20 अप्रैल से काम शुरू करने की अनुमति होगी।
दिशानिर्देशों के अनुसार आईटी और आईटी आधारित सेवा कंपनियों को लॉकडाउन में 50% तक कर्मचारियों के साथ कारोबार की अनुमति
लॉकडाउन की वजह से पेट्रोल डीजल की मांग में 66% और ATF की मांग में 90% की गिरावट दर्ज
उद्योग जगत को पर्याप्त नकदी तथा कर्ज सहायता मुहैया कराने के लिए कामकाज को मंजूरी
थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति फरवरी के 2.26 प्रतिशत के मुकाबले मार्च में गिरकर एक प्रतिशत रह गई।
स्पाइसजेट CMD के मुताबिक सेक्टर से जुड़े कई मुद्दे लंबित हैं जिन्हें इस दौरान हल किया जा सकता है
नियंत्रण कक्षों के अधिकारियों की जानकारी और व्हाट्सएप नंबर श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की वेबसाइट पर मौजूद
संगठन के मुताबिक लॉकडाउन बढ़ने से लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग में मदद मिलेगी
कोरोना संकट का कृषि, माइनिंग और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर पड़ेगा ज्यादा असर
रेलवे ने कहा कि ई-टिकट सहित ट्रेन की एडवांस बुकिंग अगले आदेश तक नहीं होगी।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भी ट्विट कर कहा कि सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय अनुसूचित एयरलाइंस का परिचालन 3 मई, 2020 की रात 11:59 बजे तक निलंबित रहेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरी निष्ठा के साथ 3 मई तक लॉकडाउन के नियमों का पालन करें, जहां हैं, वहां रहें, सुरक्षित रहें।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगर अगले एक हफ्ते में जिन इलाकों में कोरोना संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आएगा, वहां कुछ शर्तों के साथ जरूरी सेवाओं को शुरू किया जाएगा। इसमें भी सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करना अनिवार्य होगा।
डीपीआईआईटी ने गृह मंत्रालय को सुरक्षा उपायों के साथ सीमित कारोबारी गतिविधियां शुरू करने का सुझाव दिया है।
सर्वे में शामिल 86 फीसदी लोग लॉकडाउन को 2 हफ्ते बढ़ाने के पक्ष में
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, ‘‘इस परिदृश्य में यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि वित्त, जो अर्थव्यवस्था की जीवन रेखा है, अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में निर्बाध रूप से बहता रहे।’’
बड़े किराना दुकानदारों को लॉकडाउन के दौरान दुकान खोलने की इजाजत दे दी गई है, फिर वैसे ही सामान बेचने वाले हमारे छोटे दुकानदार भाइयों को आजीविका से वंचित क्यों रखा गया है।
विभाग के मुताबिक अगर लॉकडाउन बढ़ता है तो कुछ सेक्टर को कारोबार में छूट दी जा सकती है
कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन को बढ़ाए जाने की चल रही चर्चाओं के बीच पता चल है कि पूर्वी भारत के 74.9 प्रतिशत लोगों के घरों में आवश्यक वस्तुएं देश के अन्य क्षेत्रों के मुकाबले कम है।
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