रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) की खुदरा कारोबार कंपनी रिलायंस रिटेल में अबू धाबी स्थित सरकारी संपत्ति कोष मुबाडाला इनवेस्टमेंट कंपनी 6,247 करोड़ रुपए का करेगी निवेश करेगी।
वर्तमान में आरआईएल का मार्केट कैप 15,78,732.92 करोड़ रुपए है। यह भारत में सभी लिस्टिड कंपनियों में सबसे अधिक है।
अमेजन के द्वारा 20 अरब डॉलर के निवेश से जुड़ी खबरों के बाद RILके स्टॉक में तेजी देखने को मिली और स्टॉक नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। आज के कारोबार में RIL 7 फीसदी से ज्यादा की तेजी के साथ बंद हुआ । वहीं बढ़त के बाद कंपनी का बाजार मूल्य 200 अरब डॉलर को पार कर गया।
RIL cross 200 billion dollar market cap : देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्री अब 200 अरब डॉलर के ग्रुप में शामिल हो गई है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने हाल ही में फ्यूचर ग्रुप के रिटेल और थोक कारोबार के साथ ही साथ वेयरहाउसिंग बिजनेस को खरीदने की घोषणा की है।
भारती इन्फ्राटेल के निदेशक मंडल ने इंडस टॉवर्स के साथ विलय की योजना पर आगे बढ़ने का फैसला किया है।
योजना के जरिये अंबानी रिटेल ऑनलाइन सेक्टर में अपनी पहुंच को और अधिक मजबूत बनाना चाहते हैं।
ऑनलाइन फार्मा प्लेटफॉर्म Netmeds लोगों तक दवाएं और सेहत से जुड़े उत्पाद पहुंचाता है
सप्ताह में रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार मूल्य 20,666 करोड़ रुपये घटा
Mukesh Ambani plans to set up a family council सूत्रों ने बताया कि रिलायंस का उत्तराधिकारी खोजने के लिए फैमिली काउंसिल बनाने का निर्णय लिया गया है, ताकि किसी भी तरह के विवाद से बचा जा सके।
भले ही बाजार में इस बात की चर्चा गरम है कि रिलायंस अब टिकटॉक को खरीद सकता है, लेकिन कंपनी ने इसे अफवाह बताते हुए कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार किया है।
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन 151 वें स्थान पर रही
तिमाही के दौरान कंपनी की ऑपरेशन से आय भी 34 प्रतिशत बढ़कर 16,557 करोड़ रुपये
तिमाही के दौरान कुल आय में 42 फीसदी की गिरावट दर्ज
इसके बाद दूसरे स्थान पर टीसीएस है, जिसका मार्केट कैप 8,07,419.38 करोड़ रुपए है। तीसरे स्थान पर एचडीएफसी बैंक है, जिसका मार्केट कैप 6,11,095.46 करोड़ रुपए है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण (एममकैप) बड़ी तेजी से बढ़ता हुआ बुधवार को 13.17 लाख करोड़ रुपये (176.4 अरब डॉलर) पहुंच गया।
लॉकडाउन से पहले 23 मार्च को बीएसई पर शेयर का भाव 875.9 रुपए था, जो बुधवार को बढ़कर 2000 रुपए के स्तर तक पहुंच गया।
इस लक्ष्य को पाने के लिए कंपनी परिवहनों में इस समय इस्तेमाल होने वाले ईंधन की जगह स्वच्छ बिजली और हाइड्रोजन के इस्तेमाल को प्रोत्साहित करेगी।
फेसबुक, इंटेल कॉर्प और क्वालकॉम के बाद अब गूगल भी जियो में रणनीतिक निवेशक बन गई है।
जियो ग्लास की मदद से ग्राहकों को मिलेगा वर्चुएल स्क्रीन का अनुभव
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