सरकार ने विभिन्न लघु बचत योजनाओं पर मिलने वाली ब्याज दर में 0.2 प्रतिशत कटौती करने की घोषणा की है।
सरकार ने तीन निजी बैंकों समेत सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को NSC, RD और मंथली इनकम स्कीम जैसी लघु बचत योजनाओं के तहत जमा स्वीकार करने की अनुमति दे दी है।
सरकार ने 3 प्राइवेट बैंकों सहित सभी सरकारी बैंकों को एनएससी, रिक्रूरिंग डिपॉजिट और मासिक बचत योजना जैसी विभिन्न लघु बचत योजनाएं बेचने की अनुमति दी।
सरकार ने लघु बचत योजनाओं जैसे पीपीएफ, किसान विकास पत्र और सुकन्या समृद्धि योजना के लिए अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है।
सरकार ने लघु बचत योजनाओं, जिनमें पीपीएफ, किसान विकास पत्र ओर सुकन्या समृद्धि योजना आदि शामिल है, पर ब्याज दर में 0.1 प्रतिशत की कटौती कर दी है।
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को छोटी बचत योजनाओं जैसे पीपीएफ समेत स्मॉल सेविंग्स डिपॉजिट्स की ब्याज दर 0.1 फीसदी घटा दी है। नई दरें एक अप्रैल से लागू होंगी।
मोदी सरकार ने कहा कि अगले वित्त वर्ष में 44 करोड लोगों को घर के साथ-साथ LPG, बिजली और पानी के कनेक्शन भी उपलब्ध होंगे। इसके लिए सरकार 1.5 लाख रुपए देगी
सरकार ने लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) और किसान विकास पत्र जैसी अन्य लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर जनवरी-मार्च तिमाही के लिए अपरिवर्तित रखने का निर्णय लिया है।
Last Day: गुरुवार रात 12 बजे से 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटों का इस्तेमाल पूरी तरह बंद हो जाएगा। अब पुराने नोटों को बैंक अकाउंट में जमा किया जा सकता है।
पोस्ट ऑफिस डिपॉजिट, PPF, वरिष्ठ नागरिक जमा योजना और सुकन्या समृद्धि जैसी छोटी बचत योजनाओं में अब जमा नहीं करवा सकते पुराने 500 और 1000 के नोट।
अंजता फार्मा, डालमिया भारत, मुथूट फाइनेंस, एलमबिक फार्मा के शेयरों ने दो साल में निवेशक को तीन गुना रिटर्न देकर मालामाल कर दिया है।
हम सभी बेहतर भविष्य को ध्यान में रखते हुए ऐसी जगह इंवेस्टमेंट करते हैं जहां से रिटर्न पर हमें ज्यादा फायदा मिले।
मोदी सरकार ने करोड़ों भारतीयों को बड़ी राहत दी है। सरकार ने स्मॉल सेविंग और पीपीएफ पर मिलने वाले ब्याज दरों में कटौती नहीं करने का फैसला किया है।
Sukanya Samriddhi Scheme was launched in January 2015. Government reviewed the scheme and has brought few changes
आज से स्मॉल सेविंग स्कीम पर मिलने वाला ब्याज कम हो गया है। आज से पीपीएफ, केवीपी जैसी स्कीम पर ब्याज दर में 1.3% की कटौती लागू हो जाएगी।
वित्त मंत्री ने कहा कि ब्याज दरों का स्तर असाधारण रूप से ऊंचा है और यदि कर्ज की ब्याज दरें ऊंची बनी रहीं तो अर्थव्यवस्था के सुस्त बन जाने का खतरा है।
अरूण जेटली ने लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में कटौती के निर्णय का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए कम दरों की दिशा में बढ़ना है।
सरकार ने पीपीएफ पर ब्याज दर 8.7 फीसदी से घटाकर 8.1 फीसदी कर दी है। साथ ही किसान विकास पत्र पर मिलने वाली ब्याज दर 8.7 फीसदी से घटाकर 7.8 फीसदी की गई।
सरकार ने 16 फरवरी को सबसे पहले छोटी बचत योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज को बाजार अनुरूप बनाने के लिए कटौती करने की घोषणा की थी।
लघु बचत योजनाओं पर मिलने वाली ब्याज दरों में मौजूदा ब्याज दर से 0.25 फीसदी की कटौती की गई है। 1 अप्रैल से अब तिमाही आधार पर ब्याज दरें समायोजित की जाएंगी।
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