भारत और इंग्लैंड के बीच लंदन के द ओवल में खेले गए चौथे टेस्ट में भारत ने 157 रनों से जीत हासिल कर ली है। भारत ने दूसरा सेशन खत्म होने के बाद इंग्लैंड के 10 विकेट चटका दिए और सीरीज में 2-1 से बढ़त हासिल कर ली। इंग्लैंड अपनी दूसरी पारी में 210 रनों पर ऑलआउट हुई। 1971 के बाद पहली बार भारत ने इस वेन्यू पर जीत हासिल की है इसलिए भारत के लिए एक ऐतिहासिक जीत है।
आपको बता दें कि इंग्लैंड ने टॉस जीत पर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था। भारत ने अपनी पहली पारी में 191 रन बनाए थे। जिसमें सिर्फ कप्तान विराट कोहली और ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर ने अर्धशतक जमाया था। इंग्लैंड के लिए तब सैम करन की जगह आए क्रिस वोक्स ने सबसे ज्यादा चार विकेट लिए थे। ओली रॉबिंसन ने तीन विकेट और जेम्स एंडरसन और क्रैग ओवर्टन ने एक-एक विकेट लिए थे।
अपनी पहली पारी खेलने उतरी टीम इंग्लैंड के लिए सलामी बल्लेबाज रोरी बर्न्स (5) और हसीब हमीद (0) फ्लॉप साबित हुए। दोनों को जसप्रीत बुमराह ने पवेलियन भेजा था। जो रूट का बल्ला भी पहली पारी में नहीं बोला। उन्होंने 21 रन बनाए और उमेश यादव को अपना विकेट दे बैछे। ओली पोप के 81 रन और क्रिस वोक्स के 50 रनों के योगदान की बदौलत इंग्लैंड ने स्कोरबोर्ड पर 290 रन चढ़ा दिए। भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट उमेश यादव ने लिया था। उन्होंने 3 अहम विकेट लिए थे। बुमराह और रविंद्र जडेजा के नाम 2-2 विकेट हुए। साथ ही एक-एक विकेट शार्दुल ठाकुर और मोहम्मद सिराज के खाते में आए।
फिर भारत ने अपनी दूसरी पारी में दमखम दिया। टीम का लगभग हर बल्लेबाज ढेरों रन बना गया। सलामी बल्लेबाजों ने भी टीम को बेहतरीन शुरुआत दी थी। रोहित शर्मा ने 127 रनों की पारी खेल ओवरसीज में पहला टेस्ट शतक जमाया। केएल राहुल चार रनों से अपने टेस्ट करियर के 13वें पचासे से छूट गए। उन्होंने 46 रन बनाए। चेतेश्वर पुजारा का लंबे अरसे के बाद बल्ला दहाड़ा और उन्होंने 61 रन बनाए। कोहली (44) भी अर्धशतकीय पारी खेलने से चूक गए। अजिंक्य रहाणे ने निराश किया और बिना खाता खोले ही आउट हो गए। ऋषभ पंत ने पारी संभाली और अपना सातवां टेस्ट अर्धशतक जड़ा। शार्दुल ठाकुर ने भी 60 रनों की पारी खेली। फिर आखिर में उमेश यादव ने 25 रनों का और जसप्रीत बुमराह ने 24 रनों का योगदान दिया। इस तरह भारत ने 466 रन अपनी दूसरी पारी में बनाए और इंग्लैंड के सामने 368 रनों का लक्ष्य रखा।
भारत की दूसरी पारी में भी क्रिस वोस्स ने ही इंग्लैंड ने लिए सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए थे। दो-दो विकेट रॉबिंसन और मोईन अली ने लिए। जेम्स एंडरसन, क्रैग ओवर्टन और जो रूट ने एक-एक विकेट लिया था।
मैच के आखिरी पारी में चौथे दिन के आखिरी सेशन में इंग्लैंड ने बल्लेबाजी शुरू की। सलामी बल्लेबाजों हसीब हमीद और रोरी बर्न्स ने क्रीज पर अपने पांव जमा लिए थे। पहला विकेट आखिरी दिन के पहले सेशन में बर्न्स (50) के रूप में गिरा जिन्होंने पचासा जड़ा था। फिर डेविड मलान को सब्स्टीट्यूट फील्डर मयंक अग्रवाल ने रन आउट किया। उन्होंने महज पांच रन बनाए थे। आखिरी दिन का पहला सेशल खत्म होने तक इंग्लैंड का स्कोर 131/2 था।
दूसरा सेशन शुरू होने के साथ रविंद्र जडेजा ने सलामी बल्लेबाज हसीब को ऑफ स्टंप पर गेंद डाल कर आउट किया। हसीब ने अपनी टीम को 63 रनों का योगदान दिया था। फिर ओली पोप मैदान में उतरे और बुमराह का शिकार हो गए। बुमराह के लिए पोप का विकेट काफी खास था क्योंकि वो उनके टेस्ट करियर का 100वां विकेट था। उसके बाद बिना खाता खोले जॉनी बेयरस्टो भी अपना विकेट बुमराह को थमा बैठे।
फिर जडेजा गेंदबाजी करने आए और उन्होंने मोईन अली को 0 पर आउट कर दिया। तब इंग्लैंड का स्कोर 147/6 था। इंग्लैंड की सबसे बड़ी उम्मीद कप्तान जो रूट को भी शार्दुल ने बोल्ड किया और 36 रनों पर रवाना किया। रूट के जाने के बाद मैदान पर क्रिस वोक्स और क्रैग ओवर्टन जमे रहे लेकिन फिर उमेश यादव ने वोक्स (18) को चलता किया। चायकाल तक इंग्लैंड का स्कोर 193/8 हो गया था।
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चायकाल के बाद क्रैग ओवर्टन भी उमेश यादव का शिकार बने और 10 रन बना कर आउट हो गए। आखिरी विकेट उमेश यादव ने चटका कर भारत को जीत दिलाई।