
साल 2025 अभी आधा भी नहीं बीता है और 10 से ज्यादा बड़े क्रिकेटर इंटरनेशनल क्रिकेट या किसी न किसी फॉर्मेट को अलविदा कह चुके हैं। इनमें सबसे बड़े नाम विराट कोहली और रोहित शर्मा का है। दोनों खिलाड़ियों ने पिछले महीने एक हफ्ते के भीतर ही टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया।
विराट और रोहित के संन्यास के लगभग एक महीने बाद ही वेस्टइंडीज के धाकड़ बल्लेबाज निकोलस पूरन ने महज 29 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान कर क्रिकेट जगत को चौंका दिया। इतनी कम उम्र में किसी खिलाड़ी का तीनों फॉर्मेट से संन्यास लेना वाकई में हैरान करने वाला है। निकोलस पूरन के रिटायरमेंट के बाद ऐसा लग रहा है कि कुछ और खिलाड़ी भी उनके नक्शेकदम पर चल सकते हैं। वेस्टइंडीज के मुख्य कोच डैरन सैमी ने यह बयान दिया है।
डैरन सैमी का मानना है कि निकोलस पूरन का अचानक संन्यास लेना दूसरे खिलाड़ियों को इंटरनेशनल क्रिकेट छोड़ने के लिए प्रेरित कर सकता है। उन्होंने कहा कि T20 वर्ल्ड कप आने वाला है और वह पूरन के फैसले का सम्मान करते हैं क्योंकि उसने हमें काफी पहले ही बता दिया था ताकि हमारे पास उसके बिना योजना बनाने के लिए अधिक समय हो।
पूरन की राह पर चल सकते हैं कई क्रिकेटर
सैमी ने मॉडर्न क्रिकेट में जल्दी संन्यास लेने की आदत की ओर इशारा किया और चेतावनी दी कि और ज्यादा खिलाड़ी पूरन के नक्शेकदम पर चल सकते हैं। सैमी ने कहा कि उन्हें पूरा यकीन है कि और भी खिलाड़ी उस दिशा में आगे बढ़ेंगे। अब T20 क्रिकेट ऐसा ही है और विशेष रूप से वेस्टइंडीज से जुड़े होने के कारण, हमारे सामने आने वाली चुनौतियों के साथ हमारे खिलाड़ियों को शिखर पर खेलने के लिए प्रेरित करने की कोशिश करते रहना, इसलिए मुझे आश्चर्य नहीं होगा। उन्होंने कहा कि आपने देखा कि हर कोई हेनरिक क्लासेन, क्विंटन डिकॉक, इन खिलाड़ियों के बारे में बात कर रहा है, जो संन्यास ले चुके हैं। यह हमारे नियंत्रण से बाहर है।
वेंस्टंडीज के सामने बड़ा संकट
वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम पिछले कई सालों से लगातार संघर्ष कर रही है और अब प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के कम उम्र में संन्यास लेने से कैरेबियन टीम की परेशानी में और भी ज्यादा इजाफा हो सकता है क्योंकि अगले साल T20 वर्ल्ड कप का आयोजन होना है। ऐसे में मजबूत टीम बनाना बड़ी चुनौती होगा।
(PTI Inputs)