
Shubman Gill Captaincy: शुभमन गिल ने टीम इंडिया का टेस्ट कप्तान बनते ही भले ही सेंचुरी जड़ दी हो, लेकिन जब फील्ड में कप्तानी की बात आई तो लगता है कि वे नाकाम रहे। जो काम विराट कोहली ने अपने पूरी कप्तानी करियर में नहीं किया। अजिंक्य रहाणे को केवल एक ही बार ऐसा दिन देखना पड़ा और रोहित शर्मा ने अपनी कप्तानी में केवल चार ही बार ऐसा होने दिया, वही काम शुभमन गिल अपने पहले ही मैच में करवा बैठे। कहीं ना कहीं इस पर शुभमन को एक बार फिर से विचार करना होगा, नहीं तो इसी सीरीज के आने वाले मैच काफी मुश्किल होने वाले हैं।
टीम इंडिया को पहली पारी में मिली केवल छह रनों की लीड
भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ जब पहले टेस्ट में बल्लेबाजी के लिए उतरी तो टीम ने 471 रन बना दिए। लेकिन इंग्लैंड ने भी गजब का पलटवार किया। इंग्लैंड ने 465 रन ठोक दिए। इंग्लैंड की टीम भारत से केवल 6 रन पीछे रह गई। हालांकि इस बात की उम्मीद नहीं थी कि इंग्लैंड की टीम इतने रन बना लेगी, लेकिन शुभमन गिल की खराब कप्तानी और टीम इंडिया की घटिया फील्डिंग के कारण टीम ने बड़ा स्कोर बना दिया।
शुभमन गिल की कप्तानी में पहले ही मैच में विरोधी टीम ने ठोक दिए 450 से ज्यादा रन
अब बात करते हैं रिकॉर्ड की। साल 2015 से लेकर अब तक यानी पिछले 10 साल में केवल 6 बार ऐसा हुआ है, जब सेना देशों में टीम इंडिया के खिलाफ विरोधी टीम ने 450 से ज्यादा रन बनाए हों। इसमें एक बार ऐसा अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में हुआ है। चार बार रोहित शर्मा की कप्तानी में हुआ है और अब एक बार शुभमन गिल की कप्तानी में हो गया है। यानी विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने साल 2015 के बाद सेना देशों में 450 से ज्यादा रन नहीं बनवाए। लेकिन शुभमन गिल ने पहली ही मैच में ये दिन देख लिया है, ये एक चिंता का विषय है।
तीन शतक के बाद भरभराकर आउट हो गई टीम इंडिया
कप्तान शुभमन गिल ने नंबर चार पर बल्लेबाजी करते हुए 147 रनों की पारी खेली। यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत ने भी 134 रन बनाए, इसके बाद भी टीम इंडिया केवल 471 रन ही बना सकी। एक वक्त भारतीय टीम ने 430 रन केवल चार विकेट के नुकसान पर बना लिए थे, लेकिन इसके बाद टीम इंडिया के बल्लेबाज आउट होते चले गए और पूरी टीम 471 रन ही बना सकी। ये एक चिंता का विषय है, जिस पर जल्द ही गौर किया जाना चाहिए।