सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंड्री एजुकेशन (सीबीएसई) ने 2021-22 सत्र की 10वीं और 12वीं की बोर्ड की परीक्षाओं के लिये विशेष मूल्यांकन योजना घोषित की।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सीबीएसई की 10वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षा परिणाम के संबंध छात्रों की आशंकाओं को दूर करने का प्रयास करते हुए शुक्रवार को कहा कि विद्यार्थियों की योग्यता का पूरा ध्यान रखा जायेगा, साथ ही छात्रों की इच्छा के अनुरूप उन्हें परीक्षा देने का मौका भी दिया जायेगा जो अगस्त महीने में हो सकता है।
10वीं और बारहवीं के स्टूडेंट्स को उनकी परीक्षा से जुड़े सवालों का जवाब देने के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक आज लाइव होंगे।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक शुक्रवार (25 जून) को सोशल मीडिया के माध्यम से छात्रों से संवाद करेंगे और 10वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षा के संबंध में उनके सवालों का जवाब देंगे।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की ओर 12वीं रिजल्ट तैयार करने के लिए मूल्यांकन नीति जारी कर दी गई है। अब स्कूलों को 10वीं और 12वीं बोर्ड के रिजल्ट तैयार करने में किसी तरह से समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।
बोर्ड के आईटी विभाग के निदेशक अंतरिक्ष जौहरी ने कहा कि सीबीएसई से सबंद्ध स्कूलों के छात्रों के अंकों की गणना के लिये उपलब्ध परिणाम के आधार पर एक प्रणाली तैयार की गई है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में जानकारी दी है कि 10वीं और 12वीं कक्षा के जो बच्चे उसकी असेसमेंट पॉलिसी के तहत आने वाले रिजल्ट से असंतुष्ट होंगे उनकी परीक्षा अगस्त और सितंबर के दौरान ली जाएगी।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) 12वीं कक्षा के परिणामों की गणना के लिए एक आईटी प्रणाली विकसित कर रहा है ताकि आकलन कार्य में आसानी हो और समय की बचत की जा सके।
सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने गुरुवार को कहा कि CBSE नतीजों के बाद अगर कोई छात्र अपने नंबरों से संतुष्ट नहीं होता है तो हम उन छात्रों के लिए परीक्षा का रजिस्ट्रेशन शुरू कर देंगे।
सीबीएसई कक्षा 12 का परिणाम 31 जुलाई तक घोषित किया जाएगा। बोर्ड ने आज भारत के सर्वोच्च न्यायालय को बताया कि कक्षा 12 के छात्रों को कक्षा 11 और कक्षा 10 के परिणामों के आधार पर चिह्नित किया जाएगा। इसमें कहा गया है कि कुल अंक 12वीं की परीक्षा में स्कूल के पिछले प्रदर्शन पर आधारित होंगे। लगभग 40% अंक 12वीं प्री-बोर्ड पर आधारित होंगे और 60% वेटेज कक्षा 11 और कक्षा 10 की अंतिम परीक्षा में छात्रों के प्रदर्शन को दिया जाएगा।
सीबीएसई 12 वीं के मूल्यांकन को लेकर सरकार ने अपने फॉर्मूले को सुप्रीम कोर्ट की बेंच के सामने रखा। इस फॉर्मूले के तहत 10 वीं के अंकों पर 30 प्रतिशत वेटेज, 11वीं के अंकों पर 30 प्रतिशत और 12वीं प्री बोर्ड के अंकों पर 40 प्रतिशत वेटेज मिलेगा। वहीं 12वीं के नतीजे 31 जुलाई तक घोषित किए जाएंगे।
सीबीएसई 12 वीं के मूल्यांकन को लेकर सरकार ने अपने फॉर्मूले को सुप्रीम कोर्ट की बेंच के सामने रखा।
\सीबीएसई बोर्ड जल्द ही 12वीं बोर्ड का ईवैल्यूएशन क्राइटेरिया घोषित करने जा रहा है। सीबीएसई के क्राइटेरिया के आधार पर ही देशभर के अधिकांश राज्य बोर्ड भी 12वीं की बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट तय करेंगे।
सीबीएसई ने 4 जून को इस संबंध में एक नोटिफिकेशन जारी किया था। सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने नोटिफिकेशन जारी करते हुए कहा कि इस कमेटी में 12 सदस्य हैं। यह कमेटी छात्रों को प्रमोट करने और उनकी मार्कशीट तैयार करने का आधार तय करेगी।
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, सीबीएसई (CBSE) कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा, कक्षा 11 की परीक्षा और कक्षा 12 की प्री-बोर्ड परीक्षा में उनके प्रदर्शन के आधार पर कक्षा 12 के छात्रों का आकलन करने के प्रस्ताव पर सक्रिय रूप से विचार कर रहा है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई ने 12वीं कक्षा के प्रैक्टिकल और आंतरिक मूल्यांकन के अंक अपलोड करने की अंतिम तिथि 28 जून तक बढ़ाने का फैसला किया है। सीबीएसई के जिन स्कूलों ने अभी तक बोर्ड को प्रैक्टिकल और इंटरनल एसेसमेंट जमा नहीं किए हैं
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने सोमवार को स्कूलों से कहा कि वे 12वीं कक्षा का लंबित प्रायोगिक कार्य और आंतरिक मूल्यांकन सिर्फ ऑनलाइन माध्यम से पूरा करें और उन्हें 28 जून तक अंक जमा करने का निर्देश दिया।
सीबीएसई ने 12वीं कक्षा की परीक्षा रद्द होने के बाद परिणामों के मानदंड पर फैसला करने के लिए 12 सदस्यीय समिति का गठन किया है। समिति, जिसमें संयुक्त सचिव शिक्षा, विपिन कुमार, केंद्रीय और नवोदय विद्यालयों के आयुक्त और सीबीएसई एवं यूजीसी के प्रतिनिधि शामिल हैं, को अपनी रिपोर्ट 10 दिनों में देनी होगी।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की सिफारिशों का पालन करते हुए सीबीएसई ने स्कूलों में कोडिंग और डेटा विज्ञान को कौशल विषयों के रूप में शामिल किया है। इस जानकारी को साझा करते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट करते हुए कहा, "एनईपी 2020 के तहत हमने स्कूलों में कोडिंग और डेटा साइंस को पेश करने का वादा किया था।
कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली बैठक में यह फैसला लिया गया है कि इस साल सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी जाएं।
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