Uttar Pradesh का Gorakhpur इस चुनावी समर में चर्चा का केंद्र बना हुआ है. जिसका एक कारण Yogi Adityanath हैं जो इस बार यहां से Assembly Election लड़ रहे हैं. गोरखपुर की पहचान यहां की प्रसिद्ध टेराकोटा शिल्प से भी है. गोरखपुर के Gulhira Bazaar के Aurangabad Village को टेराकोटा शिल्प का गढ़ माना जाता है. यहां कई परिवार ऐसे हैं जो सालों से इस विशेष कला को जीवित रखे हुए हैं. अकेले औरंगाबाद गांव में ही 200 परिवार कई दशकों से कारोबार में रहकर इस कला को नई पहचान दिला रहे हैं. सूबे कि सरकार ने इसकी महत्ता को समझते हुए इसे 'One District One Product' के रूप में मान्यता दी. जिससे इस कला को ग्लोबल पहचान मिलने में मदद हुई. इस उत्पाद को जीआई टैग भी मिल चुका है. जिससे इसकी मान्यता अंतरराष्ट्रीय स्तर की हो गई है. प्रदेश में मचे चुनावी घमासान के बीच इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ने इस कला को जीवित रखने वाले कलाकारों के बीच पहुंचकर इसके बारे में और अधिक जानने की कोशिश की.
7 दिसंबर 2021 के दिन Gorakhpur को सबसे बड़ा उपहार प्रधानमंत्री ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS Gorakhpur) के रूप में दिया । AIIMS का उद्घाटन होते ही Uttar Pradesh के साथ ही बिहार, झारखंड और नेपाल तक के लोगों में जीवन जीने का उत्साह भर गया. क्योंकि जिस अच्छे उपचार के लिए यहां के लोगों को दिल्ली जाना पड़ता था, वो अब गोरखपुर में ही उपलब्ध है. करीब 100 एकड़ में फैले इस संस्थान में रैन बसेरे भी बनाए गये हैं. यहां मरीज के साथ आये लोग भी आराम से रह सकते हैं. जब से यह संस्थान जनता के लिए खोला गया है, तब से यहां काफी संख्या में लोग अपना इलाज़ करा चुके हैं. इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश के सभी इलाके में पहुंच रही है. पांच साल में कितना बदला है प्रदेश? इस सवाल पर जनता से चर्चा कर रही है. इसी सिलसिले में टीम गोरखपुर एम्स पहुंची थी. यहां की सुविधाओं को करीब से देखा-समझा. इस संस्थान के बारे में विस्तृत बातचीत हुई. आप भी सुनिए.
परिवार का दर्द नहीं समझने के आरोप पर सीएम योगी ने कहा कि संन्यासी का काम लोककल्याण करना होता है। राजनीति में आने का मकसद लोककल्याण करना है। कुछ लोगों के लिए परिवार का मतलब सिर्फ सैफई खानदान है। उन्होंने कहा, गोरखपुर मेरी कर्मभूमि रही है और मेरे तरफ से सभी गोरखपुरवासी चुनाव लड़ रहे हैं। मेरे नामांकन के बाद से जनता खुद प्रचार कर रही है।''
पहली बार चुनाव लड़ने वालों के खिलाफ खड़े होने के बावजूद योगी आदित्यनाथ अपने चुनाव को हल्के में नहीं ले रहे हैं। वह नियमित रूप से अपने निर्वाचन क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं, पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत कर रहे हैं और सभाओं को संबोधित कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर सदर सीट से नामांकन दाखिल कर दिया है। उनके साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे।
योगी आदित्यनाथ अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने ट्वीट कर नामांकन दाखिल करने के संबंध में जानकारी दी है।
पूरे यूपी की नज़र गोरखपुर पर है। योगी आदित्यनाथ गोरखपुर पहुंच चुके हैं। साथ ही अमित शाह भी गोरखपुर जाने वाले हैं। पहले शाह और योगी का रैली करेंगे जिसके बाद योगी वहां अपना नामांकन दाखिल करेंगे। बीजेपी ने 10 मार्च के लिए पूरा चक्रव्यूह तैयार किया है। क्या बीजेपी सफल होगी? देखिए इस रिपोर्ट में।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर सभी दलों ने अपनी-अपनी कमर कल ली है. सियासी दल अपने-अपने पक्ष में माहौल बनाने में जुट चुके हैं. ऐसे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्मभूमि गोरखपुर इस चुनाव में सबसे हॉट सीट बन गई है. ऐसे में इस इलाके में बीते पांच सालों में कितना विकास हुआ इसका जायजा लेने के लिए 'इंडिया टीवी ' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है' की टीम गोरखपुर पहुंची. जहां क्षेत्र की जनता से हर मुद्दे पर बातचीत की गई. स्थानीय जनता ने बताया कि बीते पांच सालों योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद से इलाके में कितना बदलाव हुआ है.
Gorakhpur Sadar Assembly seat इस वक्त सबसे ज्यादा चर्चा में है. क्योंकि यहां से BJP ने Chief Minister Yogi Adityanath को चुनावी मैदान में उतारा है. बीते 33 सालों से यहां भगवा लहरा रहा है. अब इस बार यहां की जनता सीएम योगी को कितनी बड़ी जीत देती? या किसी और पार्टी को मौक देना चाहती है? ये जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है ( ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम गोरखपुर सदर पहुंची और लोगों से चर्चा की.
पिछले चुनाव में Gorakhpur की कुल 9 विधानसभा सीटों में से BJP ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की थी. Gorakhpur Rural Seat से BJP के Vipin Singh को लोगों ने जीताया था. 2012 में भी यह सीट BJP के कब्जे में ही रही. अब देखना होगा इस बार के चुनाव में जनता का मन डोल जाता है या BJP ही पहली पसंद बनती है? इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है (ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम Gorakhpur Rural Assembly Constituency पहुंचकर लोगों से बात की.
सीएम योगी गोरखपुर शहर से चुनावी मैदान में उतर रहे हैं। अयोध्या से सीएम योगी के चुनाव ना लड़ने को लेकर अयोध्या मंदिर के मुख्य पुजारी ने बड़ा दावा किया है।
अबकी बार किसकी सरकार में आज समझिए की कैसे अमित शाह यूपी की चुनावी कमान अपने हाथ में लेंगे तो बना देंगे योगी सरकार ?
गोरखपुर से योगी आदित्यनाथ को टिकट मिलना एक नया सियासी मुद्दा बन गया है.. अब बीजेपी ने बाकी पार्टियों से पूछा कि वो किस-किस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.. या हार के डर से उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है? अब मुद्दा ये है कि बुआ, बबुआ और मिसेज वाड्रा क्या ये नेता भी सीएम योगी की तरह चुनाव लड़ेंगे? अखिलेश यादव अबतक योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर से टिकट को रिटर्न टिकट बोल रहे थे.. लेकिन बीजेपी के इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है.. चुनाव अभी शुरु हुआ है और योगी ने रिकॉर्ड तोड़ने की शुरुआत कर दी है... इस चुनाव में योगी आदित्यनाथ के टारगेट पर कितने सियासी रिकॉर्ड्स हैं ये आज की इस स्पेशल रिपोर्ट में देखिए.
गोरखपुर से टिकट देने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेतृत्व को धन्यवाद देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में पार्टी प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएगी। आसन्न उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा ने शनिवार को दिल्ली में 107 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। मुख्यमंत्री योगी गोरखपुर शहर से चुनाव लड़ेंगे जबकि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य कौशांबी जिले की सिराथू सीट से चुनाव मैदान में उतरेंगे। भाजपा की सूची जारी होने के कुछ घंटे बाद गोरखपुर के मेडिकल कॉलेज में कोरोना महामारी की तैयारियों का जायजा लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत में अपनी पहली प्रतिक्रिया के रूप में योगी ने कहा, ‘‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा और संसदीय बोर्ड का आभारी हूं जिन्होंने मुझे गोरखपुर से भाजपा का प्रत्याशी बनाया हैं।
योगी आदित्यनाथ समेत पार्टी के कई दिग्गज नेताओं को भाजपा विधान सभा के चुनावी मैदान में उतारेगी, पार्टी के इस फैसले की जानकारी सामने आते ही योगी की विधान सभा सीट को लेकर चर्चा शुरू हो गई।
योगी 2017 में मुख्यमंत्री बनने से पहले लगातार 5 बार गोरखपुर से लोकसभा चुनाव जीत चुके थे लेकिन उन्होंने इससे पहले कभी भी विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ा था। इसके बाद पार्टी की तरफ से इस तरह की खबरें सामने आने लगी की भाजपा के नेता यह चाहते हैं कि योगी आदित्यनाथ अपना पहला विधानसभा चुनाव अयोध्या से लड़ें।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पहली लिस्ट जारी कर दी है। सीएम योगी को गोरखपुर शहर से मैदान में उतारा गया है। भाजपा ने पहली लिस्ट में कुल 107 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है। 107 में से 63 सीटों पर सिटिंग विधायक और 21 सीटों पर नए प्रत्याशी के नाम का ऐलान किया गया है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने पहली लिस्ट जारी कर दी है। सीएम योगी को गोरखपुर शहर से मैदान में उतारा गया है। भाजपा ने पहली लिस्ट में कुल 107 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है।
गोरखपुर से योगी आदित्यनाथ के लड़े जाने के सवाल पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि जनता के भेजने से पहले भाजपा ने उनको (योगी आदित्यनाथ) घर भेज दिया। हम लोग बहुत सोच समझकर और विचार करके वहां (गोरखपुर) प्रत्याशी बनाएंगे।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने पहली सूची जारी कर दी है। सीएम योगी अयोध्या के बदले गोरखपुर शहर से चुनाव लड़ेंगे। पूरी लिस्ट यहां देखें।
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