Friday, March 29, 2024
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पाकिस्तानी उलेमा ने कहा, शरीयत के खिलाफ नहीं है पोलियो की खुराक

पाकिस्तान में शीर्ष उलेमा के एक संगठन ने लोगों से देशव्यापी पोलियो उन्मूलन अभियान को सफल बनाने की अपील करते हुए कहा है कि पोलियो की खुराक शरीयत के खिलाफ नहीं है।

IndiaTV Hindi Desk Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Published on: February 21, 2020 14:57 IST
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Polio vaccination drops are not against Sharia, says Pakistan clerics | AP Representational

इस्लामाबाद: पाकिस्तान में शीर्ष उलेमा के एक संगठन ने लोगों से देशव्यापी पोलियो उन्मूलन अभियान को सफल बनाने की अपील करते हुए कहा है कि पोलियो की खुराक शरीयत के खिलाफ नहीं है। पाकिस्तान में 2019 में पोलियो के 144 मामले सामने आए थे। देश ने सोमवार से अपने यहां 5 साल से कम उम्र के 3.96 करोड़ बच्चों को पोलियो का टीका लगाने के लिए एक व्यापक अभियान शुरू किया है। देश में पोलियो उन्मूलन के लिए 1994 से प्रयास किए जा रहे हैं।

बहरहाल, हालिया वर्षों में चरमपंथियों ने पोलियो टीकाकरण दलों को निशाना बनाया जिसकी वजह से पोलियो उन्मूलन के प्रयास बाधित हुए। चरमपंथी पोलियो अभियान का विरोध करते हुए दावा करते हैं कि इसकी दवा से प्रजनन शक्ति खत्म होती है। पाकिस्तान उलेमा काउंसिल के अध्यक्ष ताहिर अशरफी ने कहा, ‘पाकिस्तान उलेमा काउंसिल, दारुल अफ्ता पाकिस्तान, वफाक-उल-मस्जिद, मदारिस-ऐ-पाकिस्तान और प्रमुख एलेमा तथा मशाएख पहले ही कह चुके हैं कि पोलियो की खुराक न केवल हलाल हैं बल्कि मानव के लिए फायदेमंद हैं। इस संबंध में आदेश जारी किया जा चुका है कि पोलियो की खुराक न तो नुकसानदायक हैं और न ही इन्हें लेना हराम है।’

अशरफी ने इस्लामाबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उलेमा और मजहबी शोधार्थियों से पोलियो अभियान को सफल बनाने तथा जुमे की नमाज में यह पैगाम देने को कहा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान को छोड़ कर सभी देशों से पोलियो खत्म हो चुका है। अशरफी ने कहा ‘हमें यह समझने की जरूरत है कि इस्लामी जगत के वरिष्ठ उलेमा और मजहबी शोधार्थियों ने व्यवस्था दी है कि पोलियो के टीके में शरीयत के खिलाफ कुछ भी नहीं है।’ 

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