Saturday, April 27, 2024
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उत्तर कोरिया के ताबड़तोड़ परमाणु कार्यक्रमों से NATO में मची खलबली, दक्षिण कोरिया ने कही ये बात

उत्तर कोरिया अपने परमाणु कार्यक्रमों को तेजी से अंजाम दे रहा है। इससे दक्षिण कोरिया ही नहीं, बल्कि नाटो देश भी परेशान हो चुके हैं। अमेरिका भी कई बार किम जोंग उनक को चेतावनी दे चुका है। मगर किम जोंग उन मानने का नाम नहीं ले रहे हैं। इससे उत्तर कोरिया के साथ नाटो देशों का तनाव बढ़ना तय है।

Dharmendra Kumar Mishra Edited By: Dharmendra Kumar Mishra @dharmendramedia
Updated on: July 10, 2023 9:26 IST
किम जोंग उन, उत्तर कोरिया के नेता- India TV Hindi
Image Source : AP किम जोंग उन, उत्तर कोरिया के नेता

उत्तर कोरिया के ताबड़तोड़ परमाणु कार्यक्रमों के चलते पड़ोसी दक्षिण कोरिया समेत उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में खलबली मच गई है। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन पर अमेरिका समेत किसी भी देश की चेतावनियों, धमकियों और प्रतिबंधों का कोई असर होता नहीं दिख रहा है। वह लगातार एक के बाद एक परमाणु कार्यक्रमों को अंजाम दे रहे हैं। बैलिस्टिक और सुपरसोनिक मिसाइलों का परीक्षण करते आ रहे हैं। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक येओल ने कहा कि उत्तर कोरिया की परमाणु महत्वाकांक्षाओं को रोकने के लिए मजबूत अंतरराष्ट्रीय संकल्प को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करने का समय आ गया है।

सुक योओल ने कहा कि इस सप्ताह उनकी उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के नेताओं के साथ उत्तर कोरिया के बढ़ते हथियारों के भंडार से निपटने के तरीके पर चर्चा करने की योजना है। यूं सुक येओल लिथुआनिया के विलनियस में उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। वह मंगलवार और बुधवार को दो देशों की यात्रा पर रहेंगे, जिसमें पोलैंड भी शामिल है। उन्होंने कहा, ‘‘अब यह स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करने का समय है कि उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार कार्यक्रम को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय का दृढ़ संकल्प उत्तर कोरिया की परमाणु हथियार विकसित करने की इच्छा से अधिक मजबूत है।’’ दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति लगातार दूसरे साल नाटो शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। पिछले साल स्पेन शिखर सम्मेलन में भी उन्होंने हिस्सा लिया था।

परमाणु निरस्त्रीकरण और साइबर सुरक्षा पर फोकस होगा नाटो शिखर सम्मेलन

गत वर्ष स्पेन के नाटो शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले सुक येओल वह पहले दक्षिण कोरियाई नेता बन गए थे। यूं सुक येओल अब ऐसे समय शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं, जब उनका देश कई सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहा है, जिसमें उत्तर कोरिया का परमाणु कार्यक्रम और अमेरिका-चीन की रणनीतिक प्रतिद्वंद्विता शामिल है। यात्रा पर रवाना होने से पहले ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ के सवालों के लिखित जवाब में यूं ने कहा कि वह और नाटो के नेता ‘‘उत्तर कोरिया के अवैध कृत्यों’’ के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सहयोग के महत्व पर जोर देंगे। उन्होंने कहा कि परमाणु निरस्त्रीकरण और साइबर सुरक्षा सहित 11 क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने के लिए एक नया नाटो-दक्षिण कोरियाई दस्तावेज शिखर सम्मेलन में पेश किया जाएगा। (भाषा)

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