इस अप्रत्याशित घटनाक्रम से अन्य कॉरपोरेट कंपनियां भी भौचक्क हैं। गोदरेज समूह के अध्यक्ष आदि गोजरेज ने कहा, "साफ है कि इससे समूह की प्रतिष्ठा को धक्का लका है।" सीएनबीसी टीवी 18 से बात करते हुए उन्होंने कहा कि शीर्ष पर मतभेदों को समूह को बेहतर तरीके से सुलझाना चाहिए था।
ट्रस्ट रिसर्च एडवायजरी के सीईओ एन. चंद्रमौली ने कहा कि टाटा ब्रांड भरोसे का प्रतीक है। "अप्रत्याशित रूप से साइरस मिस्त्री को इस तरह से हटाना इसके खिलाफ है।"
एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में टाटा संस समूह ने सोमवार को घोषणा की कि कंपनी बोर्ड ने मिस्त्री की जगह रतन एन. टाटा को कंपनी का अंतरिम अध्यक्ष चुना है। बोर्ड ने इसके अलावा नए अध्यक्ष की खोज के लिए एक चयन समिति का गठन किया है, जिसमें रतन एन. टाटा, वेणु श्रीनिवासन, अमित चंद्रा, रोनेन सेन और लार्ड कुमार भट्टाचार्य शामिल हैं। यह समिति कंपनी के नियमानुसार चार माह में अध्यक्ष का चयन कर लेगी।
48 वर्षीय मिस्त्री आयरलैंड के निवासी हैं और चार साल पहले दिसंबर 2012 में वह टाटा संस के अध्यक्ष बने थे। वहीं, टाटा समूह की सहयोगी कंपनियों के शेयरों में मंगलवार दोपहर को गिरावट देखी गई। इससे एक दिन पहले ही साइरस पी. मिस्त्री को हटाकर रतन टाटा को समूह का अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया है। टाटा संस टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी है। इस समूह की कंपनियों के शेयरों में एक से चार फीसदी की गिरावट देखी गई।
बीएसई (बम्बई स्टॉक एक्सचेंज) पर प्रमुख कंपनी टाटा मोटर्स और टाटा स्टील के शेयरों में कारोबारी सत्र की शुरुआत से ही गिरावट देखी गई और दोपहर तक यह लाल निशान में ही देखे गए। टाटा केमिकल्स के शेयरों में 3.38 फीसदी की गिरावट देखी गई और यह अपराह्न् 2.10 बजे 558 रुपये पर था। जबकि टाटा मोटर्स का शेयर 1.06 फीसदी गिरकर 553.20 रुपये पर था।
इसी प्रकार टाटा पॉवर का शेयर 1.44 फीसदी गिरकर 82,40 रुपये पर, टाटा स्टील का शेयर 2.40 फीसदी गिरकर 415.95 रुपये पर और टाटा कंसलटेंसी सर्विस का शेयर 1.12 फीसदी गिरकर 2400.75 रुपये पर था।
ट्रेडबुल्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और निदेशक ध्रुव देसाई ने कहा, "टाटा संस के चेयरमैन साइरस मिस्त्री के हटाए जाने के कारण समूह के शेयरों में गिरावट आई है। हालांकि इसमें गिरावट के बाद थोड़ा सुधार देखा गया है।"
जियोजित बीएनपी पारिबा फाइनेंसियल सर्विसिस के मुख्य बाजार रणनीतिकार आनंद जेम्स ने कहा, "ऐसी बड़ी खबर को पचाने में शेयर बाजार को थोड़ा वक्त लगता है। इसलिए टाटा के शेयरों में गिरावट समझ में आता है।"