Saturday, April 20, 2024
Advertisement

Coronavirus Vaccine लगवाने के बाद भी पीएम मोदी की इन बातों का रखना ही होगा ख्याल

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने इस महामारी से जिस प्रकार से मुकाबला किया उसका लोहा आज पूरी दुनिया मान रही है। केंद्र और राज्य सरकारें, स्थानीय निकाय, हर सरकारी संस्थान, सामाजिक संस्थाएं, कैसे एकजुट होकर बेहतर काम कर सकते हैं, ये उदाहरण भी भारत ने दुनिया के सामने रखा। 

IndiaTV Hindi Desk Written by: IndiaTV Hindi Desk
Updated on: January 16, 2021 11:24 IST
Coronavirus Vaccine लगवाने के बाद...- India TV Hindi
Image Source : ANI Coronavirus Vaccine लगवाने के बाद भी पीएम मोदी की इन बातों का रखना ही होगा ख्याल

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कोरोना वायरस के खिलाफ देश में दुनिया के सबसे बड़े वैकसीनेशन प्रोग्राम की शुरुआत की। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस दौरान देश को संबोधित करते हुए कई महत्वपू्रण बातें कहीं।  पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने इस महामारी से जिस प्रकार से मुकाबला किया उसका लोहा आज पूरी दुनिया मान रही है। केंद्र और राज्य सरकारें, स्थानीय निकाय, हर सरकारी संस्थान, सामाजिक संस्थाएं, कैसे एकजुट होकर बेहतर काम कर सकते हैं, ये उदाहरण भी भारत ने दुनिया के सामने रखा। पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में कई ऐसी बातें भी कहीं, जिनका ध्यान आम भारतवासी को वैक्सीन की डोज लगवाने के बाद भी रखना होगा।

पढ़ें- Coronavirus Vaccination: देश में हुई दुनिया के सबसे बड़े अभियान की शुरुआत, यहां मिलेंगे सारे लाइव अपडेट्स

  1. टीकाकरण की शुरुआत का मतलब यह नहीं है कि लोगों को मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने के कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना बंद कर देना चाहिए।
  2. वैक्सीनेशन के बाद भी हमें दवाई भी, कड़ाई भी मंत्र का पालन करना होगा।
  3. कोरोना वैक्सीन की 2 डोज लगनी बहुत जरूरी है। पहली और दूसरी डोज के बीच, लगभग एक महीने का अंतराल भी रखा जाएगा।
  4. दूसरी डोज़ लगने के 2 हफ्ते बाद ही आपके शरीर में कोरोना के विरुद्ध ज़रूरी शक्ति विकसित हो पाएगी।

पीएम मोदी ने और क्या कहा

उन्होंने कहा कि इतिहास में इस प्रकार का और इतने बड़े स्तर का टीकाकरण अभियान पहले कभी नहीं चलाया गया है। दुनिया के 100 से भी ज्यादा ऐसे देश हैं जिनकी जनसंख्या 3 करोड़ से कम है। और भारत वैक्सीनेशन के अपने पहले चरण में ही 3 करोड़ लोगों का टीकाकरण कर रहा है। दूसरे चरण में हमें इसको 30 करोड़ की संख्या तक ले जाना है। जो बुजुर्ग हैं, जो गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं, उन्हें इस चरण में टीका लगेगा। आप कल्पना कर सकते हैं, 30 करोड़ की आबादी से ऊपर के दुनिया के सिर्फ तीन ही देश हैं- खुद भारत, चीन और अमेरिका।

पढ़ें- जानिए इंदौर में Corona Vaccine की पहली डोज लेने जा रही महिला स्वास्थ्य कर्मी ने क्या कहा

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे वैज्ञानिक और विशेषज्ञ जब दोनों मेड इन इंडिया वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभाव को लेकर आश्वस्त हुए, तभी उन्होंने इसके इमरजेंसी उपयोग की अनुमति दी। इसलिए देशवासियों को किसी भी तरह के प्रोपेगेंडा, अफवाहें और दुष्प्रचार से बचकर रहना है। भारत के वैक्सीन वैज्ञानिक, हमारा मेडिकल सिस्टम, भारत की प्रक्रिया की पूरे विश्व में बहुत विश्वसनीयता है। हमने ये विश्वास अपने ट्रैक रिकॉर्ड से हासिल किया है। भारतीय वैक्सीन विदेशी वैक्सीन की तुलना में बहुत सस्ती हैं और इनका उपयोग भी उतना ही आसान है। विदेश में तो कुछ वैक्सीन ऐसी हैं जिसकी एक डोज 5,000 हज़ार रुपये तक में हैं और जिसे -70 डिग्री तापमान में फ्रीज में रखना होता है।

Latest India News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement