नई दिल्ली: छोटी बचत योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज में सरकार ने एक बार फिर कटौती कर दी है। सरकार ने लोक भविष्य निधि (PPF) पर ब्याज दर 8.7 फीसदी से घटाकर 8.1 फीसदी कर दी है। साथ ही किसान विकास पत्र पर मिलने वाली ब्याज दर 8.7 फीसदी से घटाकर 7.8 फीसदी की गई। इससे पहले सरकार ने 16 फरवरी को छोटी बचत योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज को बाजार अनुरूप बनाने के लिए कटौती की घोषणा की थी। इसके साथ ही सरकार ने इन योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज की समीक्षा वार्षिक के बजाये तिमाही आधार पर करने का भी ऐलान किया था, जिसके तहत पहली समीक्षा बैठक के बाद आज नई ब्याज दरों की घोषण्ाा की गई है।
फरवरी में सरकार ने एक से तीन साल की परिपक्वता अवधि वाले किसान विकास पत्र और पोस्ट ऑफिस रिक्रूरिंग डिपॉजिट पर ब्याज दर 25 आधार अंक घटाकर 8.15 फीसदी सालाना करने की घोषणा की थी। ये नई दरें एक अप्रैल 2016 से लागू होंगी। वित्त मंत्रालय ने 16 फरवरी को कहा था कि एक साल, दो साल और तीन साल सावधि जमा, किसान विकास पत्र तथा पांच की रिक्रूरिंग डिपॉजिट पर ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की कटौती होगी और इन्हें बैंकिंग सेक्टर में अन्य उपकरणों के समान बनाया जाएगा। इस कदम का उद्देश्य अर्थव्यवस्था को कम बयाज दरों की ओर ले जाना है।
पहली कटौती में लंबी अविध की बचत योजनाओं जैसे पब्लिक प्रोवीडेंट फंड (पीपीएफ), राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी), वरिष्ठ नागरिक बचत योजना, मासिक आय योजना और सुकन्या समृद्धि योजना पर मिलने वाले ब्याज में कोई बदलाव नहीं किया गया था। सरकार ने एक साल में ब्याज दरों की तिमाही समीक्षा करने की भी योजना का ऐलान किया है।