पीपीएफ खाता 15 साल में मैच्यॉर हो जाता है। लेकिन आप चाहें तो एक फॉर्म भरकर इसे 5-5 साल के लिए आगे भी बढ़वा सकते हैं।
ये योजनाएं अनुशासित बचत को बढ़ावा देती हैं और भारतीय नागरिकों को उनकी रिटायरमेंट के बाद वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के लिए डिजाइन की गई हैं।
पीपीएफ खाता 15 साल में मैच्यॉर हो जाता है। लेकिन आप चाहें तो एक फॉर्म भरकर इसे 5-5 साल के लिए आगे भी बढ़वा सकते हैं।
PPF खाता स्थानांतरित करना एक सरल और सुविधाजनक प्रक्रिया है, और यह सुनिश्चित करता है कि आपकी मेहनत की कमाई का लाभ बिना किसी रुकावट के जारी रहे। बस सही कदम उठाएं और जरूरी दस्तावेज तैयार रखें।
पीपीएफ या पब्लिक प्रोविडेंट फंड, भारत सरकार की एक लंबी अवधि की बचत योजना है जो सुरक्षित निवेश, टैक्स-फ्री रिटर्न और आकर्षक ब्याज दरें प्रदान करती है। पीपीएफ स्कीम में 15 साल का लॉक इन पीरियड होता है। यानी इस योजना में 15 साल तक आप पैसे जमा कर सकते हैं।
केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2025-26 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2025) के लिए तमाम सरकारी बचत योजनाओं की ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखने का फैसला किया है।
पीपीएफ यानी पब्लिक प्रोविडेंट फंड लंबी अवधि में बचत के लिए भारत सरकार की एक सेविंग स्कीम है। इसमें आपको गारंटीड रिटर्न मिलता है। पीपीएफ अकाउंट में 15 साल के लिए लॉक इन पीरियड होता है। इसके बाद अगर आप चाहें तो अकाउंट को हर पांच साल के लिए बढ़ा सकते हैं।
पीपीएफ खाता 15 साल में मैच्यॉर हो जाता है। लेकिन आप चाहें तो एक फॉर्म भरकर इसे 5-5 साल के लिए आगे भी बढ़वा सकते हैं।
निश्चित रिटर्न, सरकारी सुरक्षा और टैक्स लाभ जैसी सुविधाओं के साथ कुछ निवेश स्कीम बाजार में मौजूद हैं। अगर आप रिस्क नहीं लेना चाहते हैं तो आप इनमें निवेश कर सकते हैं।
पोस्ट ऑफिस में पीपीएफ (पब्लिक प्रोविडेंट फंड) अकाउंट जो कि भारत सरकार की एक सेविंग स्कीम है, में एक वित्तीय वर्ष में कम से कम ₹500 और अधिकतम ₹1,50,000 जमा एकमुश्त या किस्तों में कर सकते हैं। फिलहाल इस स्कीम में मौजूदा समय में 7.1 प्रतिशत सालान ब्याज ऑफर किया जा रहा है। ब्याज दर में समय-समय पर बदलाव भी होता है। यह स्की
ग्राहक अब पे-इन स्लिप या निकासी वाउचर की आवश्यकता के बिना खाते खोल सकते हैं और लेनदेन कर सकते हैं।
पोस्ट ऑफिस की पीपीएफ स्कीम पर अभी 7.1 प्रतिशत का सालाना ब्याज मिल रहा है। इस स्कीम में सालाना कम से कम 1000 रुपये जमा कर खाता खुलवाया जा सकता है।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड स्कीम टैक्स छूट और गारंटीड रिटर्न प्रदान करती है। इस तरह यह निवेश के लिए एक आदर्श विकल्प बन जाती है।
PPF यानी पब्लिक प्रोविडेंट फंड केंद्र सरकार द्वारा चलाई जाने वाली एक सरकारी निवेश योजना है, जो आपके पैसे की पूरी सुरक्षा सुनिश्चित करती है।
स्कीम में निवेश करने पर आप आयकर धारा 80C के तहत 1,50,000 रुपये तक की टैक्स कटौती का दावा करने के भी पात्र बन जाते हैं। इससे आपकी टैक्स देनदारी कम हो जाती है।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपने YONO SBI ऐप के जरिये पीपीएफ अकाउंट खोलना और संचालित करना आसान बना दिया है।
आपकी रिटायरमेंट निवेश योजना में रिटर्न, जोखिम, कर दक्षता और तरलता पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि पीपीएफ खातों के लिए नामांकित व्यक्तियों के अपडेशन पर किसी भी शुल्क को हटाने के लिए 2 अप्रैल, 2025 की राजपत्र अधिसूचना के माध्यम से नियम में बदलाव किए गए हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत बेटियों के नाम से खोले जाने वाले खातों पर 8.2 प्रतिशत का ब्याज मिलेगी, जबकि 3 साल की एफडी पर 7.1 प्रतिशत से ही ब्याज मिलता रहेगा। आम लोगों के बीच लोकप्रिय बचत योजना पीपीएफ और डाकघर बचत जमा योजनाओं की ब्याज दरें भी अगली तिमाही के लिए क्रमशः 7.1 प्रतिशत और 4 प्रतिशत पर बरकरार रखी गई हैं।
पीपीएफ खाता 15 साल में मैच्यॉर हो जाता है। लेकिन आप चाहें तो एक फॉर्म भरकर इसे अगले 5 साल के लिए बढ़ाया भी जा सकता है। किसी भी पीपीएफ खाते को 5-5 साल के लिए बढ़ाकर अधिकतम 50 साल तक चलाया जा सकता है। पीपीएफ खाते को किसी भी बैंक में खुलवाया जा सकता है।
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