नई दिल्ली: केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरन रिजिजू ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा गुरमेहर कौर अपने मन की बात कहने के लिए स्वतंत्र हैं और उनकी इच्छानुसार उन्हें अकेला छोड़ देना चाहिए। उल्लेखनीय है कि दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में बीते दिनों हुई हिंसा के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के खिलाफ सोशल मीडिया पर मोर्चा खोलने वाली गुरमेहर पर रिजिजू ने कहा कि वह किसी के बहकावे में आ गई हैं।
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रिजिजू ने कहा, "जब मैंने कहा कि कोई गुरमेहर को बहका रहा है तो मेरा आशय वाम धड़े से था।" रिजिजू हालांकि अपने पुराने बयान पर कायम रहे और उन्होंने कहा कि वह अपने मन की बात कह रहे हैं।
उन्होंने कहा, "चीन के साथ 1962 में हुए युद्ध में जब भारतीय सेना के जवान शहीद हो रहे थे तो यही वामपंथी जश्न मना रहे थे और देशविरोधी नारे लगा रहे थे। लेकिन अब जो कोई भी देशविरोधी भावना भड़काएगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सभी को अभिव्यक्ति की आजादी है, लेकिन उसे देश के कानून पर चलना होगा।"
कथित तौर पर गुरमेहर द्वारा दिल्ली छोड़ने के फैसले पर रिजिजू ने कहा कि दिल्ली एक सुरक्षित शहर है और डरने की कोई बात नहीं है यहां। उन्होंने कहा, "यह उनकी इच्छा है। उनकी सुरक्षा होनी चाहिए और उनकी सुरक्षा की जाएगी।" सोशल मीडिया पर जान से मारने और दुष्कर्म की मिली धमकियों पर रिजिजू ने कहा कि अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल जो कोई भी करता है, उसकी पहचान होनी चाहिए और उसे दंडित किया जाना चाहिए।