सार्वजनिक क्षेत्र के दूसरे बड़े बैंक पंजाब नेशनल बैंक के प्रबंध निदेशक और सीईओ एस एस मल्लिकार्जुन राव ने मौद्रिक नीति की समीक्षा पर कहा, ‘‘रिजर्व बैंक ने एक बार फिर कोरोना वायरस की दूसरी लहर से उपजी कठिन परिस्थिति में आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिये उपयुक्त कदमों की घोषणा की है। खास खिड़की सुविधा के तहत 15,000 करोड़ रुपये की नकदी सुविधा उपलब्ध कराने की घोषणा की गई है जिससे बुरी तरह से प्रभावित होटल, रेस्त्रां, पर्यटन और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम श्रेणी के उद्यमों को मदद मिलेगी।’’
ब्याज दरों में बदलाव नहीं
रिजर्व बैंक ने तीन दिन चली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक के बाद शुक्रवार को इसके निष्कर्ष की घोषणा की। केन्द्रीय बैंक ने प्रमुख नीतिगत दर रेपो को चार प्रतिशत पर पूर्ववत रखा है। रिवर्स रेपो दर को भी 3.35 प्रतिशत पर यथावत रखा गया। हालांकि, चालू वित्त वर्ष के लिये आर्थिक वृद्धि के अनुमान को घटाकर 9.5 प्रतिशत कर दिया। मुद्रास्फीति का आंकड़ा 5.1 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है।
बेहतर होंगे हालात
एसबीआई के चेयरमैन खारा ने कहा कि तरलता, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के जरिये बाजार हस्तक्षेप और दबाव झेल रहे एमएसएमई क्षेत्र की समस्या का समाधान करके आर्थिक वृद्धि को सहारा देने का प्रयास स्पष्ट नजर आता है। उन्होंने कहा कि मौजूदा कठिन समय में आरबीआई और सरकार के समन्वित और सक्रिय प्रयासों से आर्थिक वृद्धि को अधिक टिकाऊ आधार पर समर्थन दिया जा सकेगा।