दिल्ली-एनसीआर में रोजाना सफर करने वालों के लिए बड़ी राहत की खबर है। ट्रैफिक जाम, लंबा ट्रैवल टाइम और बार-बार लाइन बदलने की मजबूरी से जूझ रहे लाखों लोगों की जिंदगी अब आसान होने वाली है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दिल्ली मेट्रो के फेज-5ए को मंजूरी दे दी है, जिसके तहत तीन नए मेट्रो कॉरिडोर बनाए जाएंगे। करीब 16 किलोमीटर लंबे इन रूट्स पर 13 स्टेशन होंगे और इस परियोजना पर लगभग 12,015 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके पूरा होते ही दिल्ली मेट्रो नेटवर्क की कुल लंबाई 400 किलोमीटर से ज्यादा हो जाएगी। आइए 5 प्वाइंट्स में समझते हैं कि ये नए रूट्स कैसे लाखों लोगों की नौकरी, पढ़ाई, बिजनेस और पारिवारिक जिंदगी को कैसे आसान बनाएंगे?
1. सफर होगा तेज, समय की होगी बड़ी बचत
नए मेट्रो कॉरिडोर दिल्ली, नोएडा और गुरुग्राम के बीच सफर को पहले से कहीं ज्यादा तेज बना देंगे। अभी जिन रास्तों पर एक से सवा घंटे लगते हैं, वहां अब मिनटों में पहुंचा जा सकेगा। ऑफिस जाने वाले, छात्र और एयरपोर्ट जाने वाले यात्रियों को सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा।
2. नोएडा से एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी होगी और बेहतर
फेज-5ए के बाद नोएडा से IGI एयरपोर्ट तक जाने के लिए दो मेट्रो ऑप्शन मिलेंगे। यात्री बोटेनिकल गार्डन से कालिंदी कुंज होते हुए गोल्डन लाइन और फिर एयरपोर्ट लाइन से सीधे टर्मिनल-3 तक पहुंच सकेंगे। इससे एयरपोर्ट जाने का सफर ज्यादा सुविधाजनक और भरोसेमंद हो जाएगा।
3. इंडिया गेट तक मेट्रो से सीधी पहुंच
आरके आश्रम मार्ग से इंद्रप्रस्थ तक बनने वाले नए कॉरिडोर में इंडिया गेट मेट्रो स्टेशन भी शामिल होगा। इससे देश के सबसे बड़े पर्यटन और प्रशासनिक क्षेत्रों में पहुंचना आम लोगों के लिए बेहद आसान हो जाएगा।
4. गुरुग्राम पहुंचने में अब सिर्फ 45 मिनट
अभी नोएडा से गुरुग्राम जाने में करीब 77 मिनट लगते हैं, लेकिन नए कॉरिडोर के बाद यह समय घटकर करीब 45 मिनट रह जाएगा। मजेंटा और गोल्डन लाइन के जरिए यात्रियों को कम इंटरचेंज और तेज सफर का फायदा मिलेगा।
5. हौज खास जैसे भीड़भाड़ वाले स्टेशनों को मिलेगी राहत
नए कॉरिडोर बनने से यात्रियों का दबाव हौज खास जैसे बड़े इंटरचेंज स्टेशनों से कम होगा। इससे पीक आवर्स में भीड़ घटेगी और सफर ज्यादा आरामदायक बनेगा।
कौन-कौन से होंगे नए कॉरिडोर?
- कॉरिडोर-1: आरके आश्रम मार्ग से इंद्रप्रस्थ (इंडिया गेट, सेंट्रल सेक्रेटेरिएट जैसे अहम स्टेशन शामिल)
- कॉरिडोर-2: तुगलकाबाद से कालिंदी कुंज
- कॉरिडोर-3: एरोसिटी से IGI एयरपोर्ट टर्मिनल-1 तक विस्तार






































