
भारतीय शेयर बाजारों की चाल इस सप्ताह डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करने के बाद की घोषणाओं और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की गतिविधियों से तय होगी। मार्केट एक्सपर्ट ने यह राय जताई है। ट्रंप सोमवार को दूसरे कार्यकाल के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौड़ ने कहा कि वैश्विक मोर्चे पर सभी की निगाहें डोनाल्ड ट्रंप पर हैं। ट्रंप 20 जनवरी को औपचारिक रूप से अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। वह व्हाइट हाउस में फिर वापस लौट रहे हैं। उनके सत्ता संभालने के बाद व्यापार शुल्कों की घोषणा और उसके वैश्विक व्यापार पर असर को लेकर सभी की निगाह रहेगी। ट्रंप अपने चुनाव प्रचार में भारत पर रेसिप्रोकल टैक्स लगाने की धमकी दे चुके हैं। मतलब कि अगर भारत अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर जितना टैक्स लगाएगा, उतना ही टैक्स अमेरिका लगाएगा। अगर ट्रंप ऐसा कुछ करते हैं तो भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट की आशंका है।
ये फैक्टर भी बाजार को करेंगे प्रभावित
अगले हफ्ते एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक जैसी बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजों आएंगे। इसके अलावा भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि.(बीपीसीएल), एचडीएफसी बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, डॉ रेड्डीज, अल्ट्राटेक सीमेंट, जेएसडब्ल्यू स्टील और आईसीआईसीआई बैंक सहित कई बड़ी कंपनियां अपने दिसंबर तिमाही के नतीजों की घोषणा करेंगी। इसके अलावा विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) के बीच का संघर्ष भी बाजार की जटिलता को और बढ़ा रहा है। स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौड़ ने कहा कि जैसे-जैसे तिमाही नतीजों का सीजन आगे बढ़ेगा, निवेशकों का ध्यान आगामी केंद्रीय बजट पर केंद्रित होने की उम्मीद है, जो साल के लिए सरकार के आर्थिक और राजकोषीय रुख की रूपरेखा तैयार करेगा। बाजार प्रतिभागी नीतिगत उपायों, राजकोषीय आवंटन और विकास पहल पर बारीकी से नजर रखेंगे। वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दाम, डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल भी बाजार की दिशा के लिए महत्वपूर्ण रहेगी।
शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव रहेगा
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के शोध प्रमुख-संपदा प्रबंधन सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि तीसरी तिमाही के लिए नतीजों का सिलसिला जारी है। ऐसे में घरेलू शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव रहेगा। कुछ शेयर विशेष गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। निवेशकों की निगाह कंपनियों के तिमाही नतीजों तथा प्रबंधन की टिप्पणियों पर रहेगी। उन्होंने कहा कि ट्रंप के राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद नीतिगत घोषणाएं वैश्विक स्तर पर बाजार धारणा को काफी प्रभावित करेंगी। बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 759.58 अंक या 0.98 प्रतिशत नीचे आया। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में 228.3 अंक या 0.97 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
बाजार सर्तक रुख बनाए रखेगा
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि.के वरिष्ठ उपाध्यक्ष-शोध अजित मिश्रा ने कहा कि आगे हम उम्मीद करते हैं कि इस सप्ताह बाजार कई घरेलू और वैश्विक कारकों के कारण सतर्क रुख बनाए रखेगा। सप्ताह के दौरान हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, बीपीसीएल और हिंदुस्तान पेट्रोलियम जैसे दिग्गजों कंपनियों के तिमाही नतीजे आ रहे हैं, जिनपर सभी की निगाह रहेगी। मिश्रा ने कहा कि इसके अलावा 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप शपथ ग्रहण कर रहे हैं। उनके सत्ता संभालने के बाद व्यापार शुल्कों की घोषणा और उसके वैश्विक व्यापार पर असर को लेकर सभी की निगाह रहेगी।