देश की प्रमुख आईटी सेवा कंपनी इंफोसिस ने गुरुवार को 30 सितंबर 2025 को समाप्त हुई दूसरी तिमाही के लिए मजबूत वित्तीय परिणाम घोषित किए हैं। कंपनी का समेकित शुद्ध लाभ 13.2 प्रतिशत की शानदार वृद्धि के साथ ₹7,364 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की समान अवधि के ₹6,506 करोड़ से अधिक है। पीटीआई की खबर के मुताबिक, कंपनी का परिचालन से प्राप्त राजस्व 8.6 प्रतिशत बढ़कर ₹44,490 करोड़ हो गया, जबकि पिछले वर्ष यह ₹40,986 करोड़ था। खबर के मुताबिक, हालांकि, परिचालन मार्जिन तिमाही-दर-तिमाही और साल-दर-साल आधार पर मामूली गिरावट के साथ 21 प्रतिशत पर स्थिर रहा।
ग्रोथ आउटलुक में सुधार
इंफोसिस ने पूरे वित्तीय वर्ष 2026 के लिए अपने ग्रोथ आउटलुक में सुधार किया है। कंपनी ने अपने राजस्व वृद्धि अनुमान को 1-3 प्रतिशत से बढ़ाकर 2-3 प्रतिशत (स्थिर मुद्रा के आधार पर) कर दिया है। यह सुधार जून 2025 तिमाही में दिए गए अनुमान से बेहतर है। कंपनी ने ₹9,677 करोड़ का मजबूत फ्री कैश फ्लो जनरेशन दर्ज किया, जो शुद्ध लाभ का 131 प्रतिशत है। इस तिमाही में कंपनी को बड़े अनुबंधों से $3.1 अरब (लगभग ₹27,525 करोड़) का मजबूत ऑर्डर मिला। इस दौरान इंफोसिस ने इस तिमाही में 8,203 कर्मचारियों को जोड़ा, जिससे उसकी कुल कर्मचारी संख्या बढ़कर 3,31,991 हो गई।
शेयरधारकों के लिए डिविडेंड
कंपनी ने अपने शेयरधारकों के लिए प्रति शेयर ₹23 का अंतरिम लाभांश घोषित किया है। यह राशि पिछले वित्तीय वर्ष में घोषित लाभांश से 9.5 प्रतिशत अधिक है, जो शेयरधारकों के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। हालांकि, मजबूत परिणामों के बावजूद, गुरुवार को बीएसई पर इंफोसिस के शेयर 0.08 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ ₹1,472.75 पर बंद हुए।



































