
भारतीय शेयर बाजार उठने का नाम ही नहीं ले रहा है। लोगों के पोर्टफोलियो आधे रह गए हैं। आप इसी से समझ लीजिए कि बीएसई पर लिस्टेड 387 शेयर ऑल टाइम लो पर पहुंच चुके हैं। AU स्मॉल फाइनेंस बैंक, हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी (HCC), BEML, भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL), DB रियल्टी, गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, बालाजी एमाइन्स, INOX इंडिया, कर्नाटक बैंक, वक्रांगी और ज़ायडस लाइफसाइंसेज ने बुधवार को BSE में इंट्राडे कारोबार के दौरान अपने 52-सप्ताह के निचले स्तर को छुआ है। यूएस टैरिफ को लेकर अनिश्चितताएं और डोनाल्ड ट्रंप के आने के बाद ट्रेड वॉर के बढ़ने की चिंताओं के चलते मार्केट बुरी तरह गिरा हुआ है।
ये शेयर भी 1 साल के निचले स्तर पर
इलेक्ट्रोस्टील कास्टिंग्स, ग्राइंडवेल नॉर्टन, डिश टीवी, पीवीआर आईनॉक्स, कजारिया सेरामिक्स, जय कॉर्प, वरुण बेवरेजेज और रूट मोबाइल जैसे कई शेयर एक साल के निचले स्तर पर हैं। बाजार में लगातार बिकवाली देखने को मिल रही है। बुधवार को आईटी और फार्मा सेक्टर में सबसे अधिक गिरावट देखने को मिली है। हालांकि, सेंसेक्स 28 अंक गिरकर 75,939 पर बंद हुआ और निफ्टी 12 अंक गिरकर 22,932 पर बंद हुआ है। आज फाइनेंशियल शेयरों में तेजी दिखी है। विश्लेषकों के अनुसार, टैरिफ को लेकर अनिश्चितताओं ने निवेशकों को फाइनेंशियल शेयरों की ओर रुख करने के लिए प्रेरित किया है। आज निफ्टी बैंक 483 अंक बढ़कर 49,570 पर पहुंच गया, जबकि मिडकैप इंडेक्स 776 अंक बढ़कर 50,527 पर बंद हुआ। अब निवेशकों का पूरा ध्यान 19 फरवरी को जारी होने वाले FOMC मिनट्स पर बना हुआ है।
क्या हैं निफ्टी-50 के टार्गेट्स?
एलकेपी सिक्योरिटीज के सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट रूपक डे के मुताबिक, निफ्टी 50 एक दायरे में घूम रहा है। इससे अस्थिरता का माहौल बना हुआ है। निचले स्तर पर 22,800 पर महत्वपूर्ण सपोर्ट बने रहने की संभावना है। उन्होंने कहा, 'जब तक 22,800 नहीं टूटता है, तब तक हम बाजार में बड़ी गिरावट की उम्मीद नहीं करते हैं। निफ्टी-50 के 22,800 से नीचे जाने पर एक बड़ी गिरावट ट्रिगर हो सकती है। हालांकि, जब तक ऐसा नहीं होता, हमारा मानना है कि बाजार के एक दायरे में रहने की संभावना है। ऊपरी स्तर पर, 23,000/23,150 निफ्टी-50 के लिए प्रतिरोध के रूप में कार्य कर सकते हैं। 23,150 से ऊपर का निर्णायक ब्रेकआउट बाजार में एक महत्वपूर्ण तेजी ला सकता है।'