कोरोना संकट के दौर में भारतीय कर्मचारियों को पहली बार वर्क फ्रॉम होम के साथ घर पर काम करने का मौका मिला। कोरोना का दौर 2022 आते आते खत्म हो गया लेकिन आईटी कंपनियों में अभी भी कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम मिल रहा था। लेकिन अब 2023 में यह दौर भी खत्म होते दिख रहा है। देश की अग्रणी आईटी कंपनी विप्रो ने अब अपने कर्मचारियों से दफ्तर में आकर काम करने के लिए कहा है। हालांकि यह आदेश नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि जल्द ही कंपनी हाइब्रिड फॉरमेट को अपना लेगा। जिसमें कर्मचारियों को हफ्ते के 2 से 3 दिन दफ्तर आकर काम करना होगा।
विप्रो के चेयरमैन रिशद प्रेमजी ने बुधवार को कहा कि अब ज्यादा से ज्यादा कर्मचारियों को घर से काम करने के बजाय दफ्तर आकर काम करने की जरूरत है। रिशद ने कहा कि कार्यालय आकर काम करने से कर्मचारियों का आपसी संपर्क और मेलजोल बढ़ता है, जो इंसानों के लिए बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि इसकी जगह कोई भी प्रौद्योगिकी नहीं ले सकती है। प्रेमजी ने यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, "प्रौद्योगिकी कितनी भी आधुनिक क्यों न हो, यह लोगों को नहीं जोड़ सकती है। मेरा मानना है कि हमें कार्यालय लौटना चाहिए।"
हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि हाइब्रिड यानी घर और दफ्तर से काम का मिला-जुला तरीका भविष्य में काफी देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी ऐसा क्षेत्र है जहां काम के इस तरीके का लोग सबसे ज्यादा आनंद उठा रहे हैं। प्रेमजी ने कहा, ‘‘लोगों को घर से काम करने की सुविधा होनी चाहिए। लेकिन उन्हें कार्यालय भी आना चाहिए।’’