रिटायरमेंट की प्लानिंग करते हुए हम अक्सर सोचते हैं कि 1 करोड़ रुपये एक सुरक्षित और आरामदायक भविष्य के लिए काफी होंगे। लेकिन क्या वाकई? सच यह है कि आज का 1 करोड़, आने वाले दशकों में उतनी ताकत नहीं रखेगा। महंगाई (Inflation) चुपचाप आपकी बचत की वैल्यू कम करती रहती है और यही वजह है कि सिर्फ सेविंग्स के भरोसे भविष्य सुरक्षित नहीं हो सकता।
महंगाई आपके पैसे की असली कीमत को कैसे गिरा देती है, इसे समझना बेहद जरूरी है। अगर औसत महंगाई दर 6% मानी जाए, तो आज का 1 करोड़ आगे के वर्षों में कितना बचेगा, यह कैलकुलेशन आंखें खोल देने वाला है।
सालों बाद 1 करोड़ की असली कीमत क्या?
महंगाई के असर से 2025 में 1 करोड़ रुपये की फ्यूचर वैल्यू किस प्रकार रह जाती है, चलिए जानते हैं।
- 2035 में (10 साल बाद): 1 करोड़ की वैल्यू घटकर लगभग 55.83 लाख रुपये रह जाएगी।
- 2045 में (20 साल बाद): कीमत और गिरकर सिर्फ 31.18 लाख रुपये के बराबर रह जाएगी।
- 2055 में (30 साल बाद): 1 करोड़ की असली वैल्यू मात्र 17.41 लाख रुपये बचेगी।
- 2065 में (40 साल बाद): 1 करोड़ का मूल्य गिरकर केवल 9.72 लाख रुपये रह जाएगा।
- 2075 में (50 साल बाद): यह रकम सिकुड़कर सिर्फ 5.42 लाख रुपये की ताकत जैसी रह जाएगी।
यानी कि नाम तो 1 करोड़ ही रहेगा, लेकिन उसकी खरीदने की शक्ति 90% से भी ज्यादा खत्म हो जाएगी। यही वजह है कि महंगाई को नजरअंदाज कर बनायी गई कोई भी रिटायरमेंट प्लानिंग असफल हो सकती है।
क्या सिर्फ पैसे बचाना काफी है?
नहीं! बचत खाते या नकद राशि में पैसा रखने से उसकी वैल्यू धीरे-धीरे खत्म होती रहती है। यह साइलेंट किलर है, जो आपकी मेहनत की कमाई को साल-दर-साल कमजोर बना देता है।
फाइनेंशियल फ्रीडम के लिए क्या करें
अगर आप चाहते हैं कि भविष्य में भी आपका पैसा आज जितनी ताकत रखे, तो उसे मुद्रास्फीति को मात देने वाली चीजों में लगाना होगा, जैसे- शेयर बाजार, SIP, रियल एस्टेट, बिजनेस या स्टार्टअप्स। इन एसेट्स की ग्रोथ महंगाई से तेज होती है, इसलिए लंबी अवधि में आपकी संपत्ति बढ़ती है, घटती नहीं।






































