कोल इंडिया ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि 29 अक्टूबर को हुई बोर्ड मीटिंग में 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले प्रत्येक शेयर पर 10.25 रुपये के डिविडेंड की घोषणा की गई है।
जुलाई-सितंबर 2025 तिमाही के दौरान कंपनी के कुल खर्च 7% बढ़कर ₹26,421.86 करोड़ हो गए, जो पिछले साल इसी तिमाही में ₹24,670.70 करोड़ थे।
सरकार की तरफ से बताई गई जानकारी में कहा गया कि कोयले के नमूनों में 250 ppm तक रेयर अर्थ एलिमेंट्स पाए गए हैं। नॉन-कोल नमूनों में 400 ppm तक रेयर अर्थ एलिमेंट्स पाए गए हैं।
कंपनी ने कहा कि हम जल्द ही डीआरएचपी दाखिल करने जा रहे हैं। हम इस पर काम कर रहे हैं। डीआरएचपी एक प्रारंभिक दस्तावेज है जिसे कोई कंपनी सार्वजनिक पेशकश के लिए बाजार नियामक सेबी के पास दाखिल करती है।
आज की इस गिरावट के बाद बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 435.5 लाख करोड़ रुपये से गिरकर 430 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इसका सीधा मतलब ये हुआ कि शेयर बाजार निवेशकों की कुल वेल्थ में आज करीब 5.5 लाख करोड़ रुपये कम हो गई। बताते चलें कि बाजार में आज लगातार तीसरे दिन गिरावट दर्ज की गई है।
कोल इंडिया ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए पहले अंतरिम डिविडेंड का ऐलान किया है।
दूसरी तिमाही के दौरान कंपनी की इंटीग्रेटेड बिक्री घटकर 27,271.30 करोड़ रुपये रह गई, जो पिछले साल की समान तिमाही में 29,978.01 करोड़ रुपये थी। बोर्ड ने 2024-25 के लिए 15.75 रुपये प्रति शेयर का पहला अंतरिम लाभांश घोषित किया है।
कोयला मंत्रालय की 2024-25 की कार्ययोजना के मुताबिक, देश में कोयला कारोबार के लिए एक्सचेंज की स्थापना से ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के जरिये कोयला बाजार खुल जाएगा। साथ ही क्लियरिंग और निपटान तंत्र भी खुल जाएगा और बाजार में इस ईंधन की उपलब्धता आसान हो जाएगी।
नीलामी प्रक्रिया में छोटे और मध्यम आकार के खिलाड़ियों की काफी भागीदारी हुई है, जो नीलामी प्रक्रिया की समावेशी प्रकृति को दर्शाता है।
जून 2024 के दौरान कुल आयात में से गैर-कोकिंग कोयले का आयात 1.41 करोड़ टन रहा, जो पिछले साल जून में आयात किए गए 1.32 करोड़ टन से अधिक है।
शुक्रवार को कंपनी के शेयर 6.25 रुपये (1.19%) की अच्छी बढ़त के साथ 529.40 रुपये के भाव पर बंद हुए थे। कंपनी के शेयरों का मौजूदा भाव, इसके 52 हफ्तों के उच्च स्तर के आसपास ही बना हुआ है।
खान मंत्रालय के नोटिस के अनुसार, नीलामी रद्द कर दी गई क्योंकि ‘खनिज नीलामी नियमों के अनुसार आवश्यक संख्या में बोलियां प्राप्त नहीं हुई हैं।’
एनएमडीसी पहले से ही ऑस्ट्रेलिया में सक्रिय है। उनके पास ऑस्ट्रेलिया में कुछ सोने की खदानें हैं और वे ऑस्ट्रेलिया में लिथियम खदानों पर भी गौर कर रहे हैं।
पिछले वित्त वर्ष की फरवरी में देश का कोयला आयात बढ़कर 2.16 करोड़ टन हो गया है। वहीं, भारत द्वारा अप्रैल से लेकर फरवरी तक 88.07 करोड़ टन कोयले का प्रोडक्शन किया गया है।
1 अप्रैल, 2023 तक कोल इंडिया में 2,39,210 कर्मचारी थे। कोल इंडिया अपनी सब्सिडियरी कंपनियों के माध्यम से 83 माइनिंग एरियाज में काम करती है।
जोशी ने कहा कि कोयला आयात में कमी से सिर्फ एक साल में 82,264 करोड़ रुपये की बचत हुई है। सरकार का लक्ष्य 2026 तक कोयले का आयात ‘शून्य’ करने का भी है।
Coal India की ओर से 5.25 रुपये प्रति शेयर के डिविडेंड का ऐलान किया गया है। शेयर में आज 5 प्रतिशत की तेजी देखने को मिल रही है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संसद में कहा कि यूपीए के कोयला घोटला ने देश का नुकसान कराया है। इससे निवेश में भी कमी आई थी।
कोल इंडिया, ओएनसीजी, ऑयल इंडिया, कोचीन शिपयार्ड, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स और पीएफसी जैसे सरकारी शेयर अगले हफ्ते एक्स डिविडेंड होने वाले हैं। इनमें निवेशकों को 15.34 रुपये प्रति शेयर तक का डिविडेंड मिलेगा।
Coal Big Information: छह कोयला खदानों की नीलामी सफलतापूर्वक संपन्न होने के साथ अबतक कुल 92 खदानों की वाणिज्यिक नीलामी पूरी की जा चुकी है।
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