सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) की बिजली क्षेत्र को कोयले की आपूर्ति चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अक्टूबर की अवधि में 8.5 प्रतिशत घटकर 25.3 करोड़ टन रह गई है।
सरकार ने गुरुवार को कोयला खदान में काम करने वाले कामगारों के लिए एक बड़ा फैसला लिया। अब कोयला खदान में होने वाले भीषण जानलेवा हादसों के मामले में अनुग्रह राशि तीन गुना बढ़ा दिया गया है।
आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन सितंबर में 5.2 प्रतिशत घट गया है। बुनियादी क्षेत्र के आठ उद्योगों में से सात के उत्पादन में सितंबर में गिरावट आई है।
मंत्रिमंडल ने सिंगल ब्रांड रिटेल क्षेत्र के लिए एफडीआई नियमों को उदार बनाने को मंजूरी दी है। इसके लिए 30 प्रतिशत घरेलू खरीद की परिभाषा का विस्तार किया गया है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में गैर-कोकिंग कोयले की कीमतों में नरमी के चलते जून में देश में कोयले का आयात 28.7 फीसदी बढ़कर 2.414 करोड़ टन रहा। एमजंक्शन सर्विसेज के अस्थायी आंकड़ों के मुताबिक देश में पिछले साल जून में 1.875 करोड़ टन कोयले का आयात हुआ था।
कोल इंडिया ने कहा कि कोल इंडिया के ये रेल डिब्बे केवल कंपनी के कोयले की ढुलाई में उपयोग किए जाएंगे।
इससे पहले 31 मई को क्वींसलैंड राज्य सरकार ने कंपनी की विलुप्त प्राय, काली गर्दन वाले फिंच पक्षी के संरक्षण की योजना को मंजूरी दे दी थी।
कोल इंडिया ने 2019-20 के लिए प्रमुख क्षेत्रों में अपने प्रदर्शन को लेकर कोयला मंत्रालय के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
बिजली का उत्पादन करने वाली कंपनियों ने कोल इंडिया लिमिटेड (CIL/Coal India Limited) को छत्तीसगढ़ के कोरबा क्षेत्र से रेलवे के जरिए कोयले की आपूर्ति (Coal supply) बढ़ाने को कहा है।
साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड एक वित्त वर्ष में 15 करोड़ टन कोयला उत्पादन करने वाली देश की पहली कंपनी बन गई है।
इससे पहले जून, 2017 में बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर एक प्रतिशत के निचले स्तर पर रही थी।
सरकार बुधवार को कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) में अपनी तीन प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने जा रही है।
देश के प्रमुख उद्योगपति नवीन जिंदल को कोल ब्लॉक आवंटन से जुड़े मामले में राहत मिली है।
सरकार 50 खनिज ब्लॉक की ई-नीलामी से 1.81 लाख करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त करने के बाद अब अगले छह महीने में 100 और खानों की नीलामी करने का विचार कर रही है।
दुनिया की सबसे बड़ी कोयला कंपनी कोल इंडिया लि. (सीआईएल) अपनी स्वच्छ ऊर्जा पहल को प्रोत्साहन के लिए सालाना 6.76 लाख टन मेथनॉल का उत्पादन करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
सरकार गैर-कोयला खनिज ब्लॉक की अन्वेषण गतिविधियों में तेजी लाने के लिये निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ाने पर जोर दे रही है।
सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लिमिटेड का चालू वित्त वर्ष के शुरुआती चार महीनों में उत्पादन 14% बढ़कर 17.74 करोड़ टन हो गया।
आठ बुनियादी उद्योग की वृद्धि दर जून में 6.7 प्रतिशत रही, जो पिछले 7 महीने का उच्चतम स्तर है। सीमेंट, रिफाइनरी और कोल सेक्टर के बेहतर प्रदर्शन की वजह से ओवरऑल ग्रोथ रेट में अच्छी वृद्धि दर्ज की गई है।
बारिश के मौसम में बिजली संकट से परेशान आम लोगों के लिए राहत देने वाली खबर है। सरकारी कोयला कंपनी कोल इंडिया लिमिडेट (सीआईएल) ने 2018-19 की अप्रैल-जून तिमाही में पावर सेक्टर को 12.28 करोड़ टन कोयले की आपूर्ति की है।
कोयला, प्राकृतिक गैस और सीमेंट जैसे क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन की वजह से अप्रैल में आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर बढ़कर 4.7 प्रतिशत पर पहुंच गई। एक साल पहले अप्रैल में इन उद्योगों की वृद्धि दर 2.6 प्रतिशत रही थी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा आज जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल में कोयला क्षेत्र का उत्पादन 16 प्रतिशत बढ़ा।
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