दिल्ली एयरपोर्ट ने इससे पहले सुबह 8 बजे भी एक एडवाइजरी जारी की थी और विजिबिलिटी में सुधार होने का अपडेट दिया था।
एयरलाइन ने संभावना जताते हुए कहा है कि खराब मौसम की संभावना को देखते हुए दिल्ली, अमृतसर, जम्मू, अयोध्या, गोरखपुर और वाराणसी सहित अन्य एयरपोर्ट पर फ्लाइट ऑपरेशन पर असर देखने को मिल सकता है।
दिल्ली एयरपोर्ट का संचालन करने वाली कंपनी दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने शुक्रवार शाम 7:10 बजे एक्स पर पोस्ट कर कहा कि एयरपोर्ट पर परिचालन सामान्य रूप से जारी है और किसी बड़े व्यवधान की स्थिति नहीं है।
कोहरे के चलते एयरपोर्ट पर विजिबिलिटी काफी कम हो गई, जिससे सामान्य उड़ान संचालन संभव नहीं हो पाया। DIAL ने गुरुवार सुबह यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी किया। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे एयरपोर्ट जाने से पहले अपनी फ्लाइट की स्थिति जरूर जांच लें।
उत्तर भारत में घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी खराब होती जा रही है, जिससे पूरे नेटवर्क में फ्लाइट प्रोग्राम पर बुरा प्रभाव पड़ने की आशंका है।
अभी हाल ही में देशभर के यात्रियों ने लंबे समय तक इंडिगो संकट का सामना किया था। लेकिन, अब यात्रियों को घने कोहरे की वजह से दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
DIAL एक पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर कोहरे के लिए विंटर फॉग एक्सपेरिमेंट (WiFEX) डेटा का इस्तेमाल करेगा, जो 85% कोहरे की प्रेडिक्शन एक्यूरेसी देने का दावा करता है।
बीते 2 दिसंबर से लगातार फ्लाइट कैंसिल होने के चलते यात्रियों और सरकार दोनों की नाराजगी बढ़ती जा रही है। एयरलाइन ने इसका कारण पायलटों से जुड़े नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को बताया है।
दिल्ली हवाई अड्डे से इंडिगो की सभी घरेलू उड़ानें शुक्रवार मध्यरात्रि तक रद्द कर दी गई हैं, जिससे देशभर के एयरपोर्ट्स पर यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। एयरपोर्ट ऑपरेटर ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे अपनी फ्लाइट शेड्यूल की पुष्टि पहले ही कर लें।
दिल्ली और मुंबई, देश के दो सबसे व्यस्त एयरपोर्ट्स पर 50,000 करोड़ रुपये से अधिक की बकाया राशि का बोझ आ गया है। यह राशि अब यात्री विकास शुल्क (यूडीएफ), लैंडिंग फीस और पार्किंग शुल्क के माध्यम से वसूली जा सकती है।
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI Airport) पर शुक्रवार सुबह अफरातफरी का माहौल देखने को मिला। देश के सबसे व्यस्त हवाई अड्डे पर अचानक एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) सिस्टम में आई तकनीकी खराबी के चलते 100 से ज्यादा उड़ानों में देरी हो गई।
यह घटना एक बार फिर हवाई यात्रा में इस्तेमाल होने वाले महत्वपूर्ण डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की संवेदनशीलता को दर्शाती है।
वर्तमान में इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की सालाना 10 करोड़ से अधिक यात्रियों को संभालने की क्षमता है। दिल्ली एयरपोर्ट में वर्तमान में तीन टर्मिनल हैं- T1, T2 और T3।
दिल्ली मेट्रो जल्द ही IGI एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 और टर्मिनल 3 के बीच सीधा कनेक्शन उपलब्ध कराएगी। इससे यात्रियों के लिए हवाई यात्रा का एक्सपीरिएंस और आसान हो जाएगा।
दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल-2 की सालाना क्षमता लगभग 1.5 करोड़ यात्रियों को संभालने की है। उद्घाटन समारोह में केंद्रीय मंत्री राममोहन नायडू ने कहा कि भारत जल्द ही दुनिया के सबसे बड़े नागरिक विमानन तंत्र में से एक बन सकता है।
दिल्ली एयरपोर्ट ने पैसेंजर्स को सावधान करते हुए कहा है कि दिल्ली में मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण दिल्ली एयरपोर्ट पर उड़ान संचालन प्रभावित हो सकता है। घर से निकलने से पहले अपने फ्लाइट का स्टेटस जरूर चेक करें।
दिल्ली से एयर इंडिया या एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट लेने वालों के लिए बड़ी खबर है। अगर आप भी 26 अक्टूबर के बाद उड़ान भरने वाले हैं, तो जरा ध्यान दें क्योंकि एयर इंडिया ने दिल्ली एयरपोर्ट पर अपने फ्लाइट टर्मिनल में बड़ा बदलाव किया है।
थाईलैंड, इंडोनेशिया, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया और मलेशिया के कुछ वर्ल्ड क्लास एयरपोर्ट पर भी ऐसी ही सुविधाएं उपलब्ध हैं।
अगर आपकी उड़ान 26 अक्टूबर 2025 या उसके बाद की है, तो एयरलाइन से यह कन्फर्म जरूर करें कि आपकी फ्लाइट T2 से है या नहीं, ताकि आप गलत टर्मिनल पर पहुंचने की गलती न करें।
एक साल में 10 करोड़ से ज्यादा यात्री क्षमता वाले 6 एयरपोर्ट्स की लिस्ट में जापान की राजधानी टोक्यो में स्थित टोक्यो हानेडा एयरपोर्ट एशिया का पहला एयरपोर्ट है, जिसके बाद दिल्ली का इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट है।
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