रवरी में एयर इंडिया की बाजार हिस्सेदारी 12.2 प्रतिशत से बढ़कर 12.8 प्रतिशत हो गई, जबकि इंडिगो की बाजार हिस्सेदारी जनवरी में 60.2 प्रतिशत से मामूली गिरावट के साथ 60.1 प्रतिशत रह गई।
सभी एयरलाइनों को यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है कि उन यात्रियों के लिए पर्याप्त संख्या में व्हीलचेयर उपलब्ध हों, जिन्हें अपनी यात्रा के दौरान विमान से चढ़ने या उतरने के दौरान सहायता की जरूरत होती है।
डीजीसीए ने सुरक्षा उल्लंघन के चलते एयर इंडिया पर 1.10 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। डीजीसीए ने कहा कि जांच में प्रथम दृष्टया एयरलाइन द्वारा गैर-अनुपालन का पता चला है।
भारत में ज्यादा पायलट ट्रेंड करने की क्षमता बढ़ रही है। डीजीसीए ने 2023 में 1,622 कॉमर्शियल पायलट लाइसेंस भी जारी किए। यह साल 2022 की तुलना में 39 प्रतिशत ज्यादा है। एविएशन की दुनिया में भारत सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक है।
रात में उड़ान भरने वाले पायलट के लिए अधिकतम उड़ान ड्यूटी की अवधि 13 से घटाकर 10 घंटे कर दी है, जो कि रात 12 बजे से सुबह 6 बजे के बीच है। यह कार्रवाई बड़ी संख्या में पायलटों की शिकायतों के बाद हुई है।
बीते 25-28 दिसंबर के दौरान घने कोहरे के चलते दिल्ली एयरपोर्ट पर फ्लाइट ऑपरेशन काफी प्रभावित हुआ था। विभिन्न एयरलाइनों की करीब 60 फ्लाइट्स को डायवर्ट किया गया था।
डीजीसीए के नए फरमान के बाद अब पायलट और क्रू मेंबर्स के लिए माउथवॉश और टूथ जेल या ऐसे किसी भी पदार्थ का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं जिसमें अल्कोहल की मात्रा हो।
विंटर फ्लाइट शेड्यूल 2023 में पिछली ग्रीष्मकालीन शेड्यूल (समर शेड्यूल) में 110 एयरपोर्ट से 22,907 साप्ताहिक फ्लाइट्स के मुकाबले काफी बड़ा ग्रोथ है। गोंदिया एयरपोर्ट साल 2023 की विंटर फ्लाइट शेड्यूल में ऑपरेशन का हिस्सा नहीं होगा।
पायलट और केबिन क्रू का ब्रीथ एनालाइजर टेस्ट एयरलाइन के डॉक्टर करते हैं। अगर टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उन्हें 24 घंटों के भीतर डीजीसीए को सौंप दिया जाता है।
इंडिगो के ए321 श्रेणी के विमानों में इस साल छह महीने के भीतर ‘टेल स्ट्राइक’ की चार घटनाएं हुईं, जिसके बाद नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एयरलाइन का विशेष ऑडिट किया।
Airline Market Share: भारतीय एयरलाइन मार्केट में तेजी से उछाल देखने को मिल रहा है। पहले की तुलना में अब अधिक लोग फ्लाइट्स से सफर करना प्रीफर कर रहे हैं। इसका फायदा इंडिगो को हो रहा है।
एयरलाइन ने नियामक के कारण बताओ नोटिस का जवाब दे दिया है, जिससे संकेत मिलता है कि वह जल्द से जल्द उड़ानों को फिर से शुरू करने पर काम कर रही है।
चार महीने के अंदर यह तीसरा मौका है जब नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एयर इंडिया पर लापरवाही को लेकर जुर्माना लगाया है।
Go First Flight Refund: एयरलाइन ऑपरेटर को इस नोटिस की प्राप्ति के 15 दिनों के भीतर अपना जवाब प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। आगे का निर्णय उसके द्वारा प्रस्तुत जवाब के आधार पर लिया जाएगा। फिलहाल के लिए एक काम करने का नियामक ने आदेश दिया है।
एनओसी प्राप्त होने के साथ एयरलाइन जल्दी ही हवाई परिचालक का परमिट लेने के लिये नागर विमानन महानिदेशालय के पास आवेदन करने की प्रक्रिया शुरू करेगी।
डीजीसीए के एक अधिकारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया इस मामले में केबिन क्रू की कोई भूमिका नहीं दिख रही है लेकिन जांच पूरी होने तक विमान के पूरे परिचालक दल की सेवा निलंबित रखी जाएगी।
विमानन क्षेत्र के नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के अनुसार भारतीय एयरलाइन 26 मार्च से शुरू हो रहे ग्रीष्मकालीन कार्यक्रम के दौरान कुल 22,907 साप्ताहिक घरेलू उड़ानों का संचालन करेंगी।
डीजीसीए ने मैसर्स एयर एशिया (इंडिया) लिमिटेड के जवाबदेह प्रबंधक, प्रशिक्षण प्रमुख और सभी नामित परीक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया और उनसे जवाब मांगा था।
न्यूयार्क से दिल्ली की एयर इंडिया की फ्लाइट में हुए पेशाब कांड ठंडा पड़ता नहीं दिख रहा है। अब डीजीसीए ने एयर इंडिया को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है।
आंकड़ों से पता चलता है कि भारतीय घरेलू उड़ानों (नई शुरू हुई आकाश एयर को छोड़कर) ने स्थानीय रूट पर कुल 76.6 लाख यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाया।
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