सरकार कम व्यय के प्रस्तावों को अंतिम रूप दे रही है क्योंकि इसे अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से और सहायता मिलने की अपेक्षा है लेकिन सरकार उसकी शर्तों को लागू करने में हिचकिचा रही है।
सऊदी प्रेस एजेंसी के हवाले से प्रकाशित इस रिपोर्ट के मुताबिक, युवराज बिन सलमान ने पाकिस्तान में सऊदी अरब के निवेश को बढ़ाकर 10 अरब डॉलर तक पहुंचाने से संबंधित पहलुओं पर गौर करने का निर्देश दिया है।
पाकिस्तान का कुल द्विपक्षीय ऋण इस समय लगभग 27 अरब डॉलर है, जिसमें चीनी ऋण लगभग 23 अरब अमेरिकी डॉलर है।
Bangladesh Economy: बांगलादेश (Bangladesh) के आर्थिक हालात इस समय ठीक नहीं चल रहे हैं। वहां की सरकार तरह-तरह के कदम उठा रही है।
1979 में एयर लंका के रूप में गठित एयरलाइन को 1998 में अमीरात के प्रबंधन नियंत्रण के तहत श्रीलंकन एयरलाइंस का नाम दिया गया था।
ताजा इकोनॉमिक डेटा के अनुसार, ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में जून तिमाही में एक बार फिर गिरावट आई है। अच्छी बात तो सिर्फ यह है कि यह गिरावट अनुमान से कम रही है।
Sri Lanka में जरूरी वस्तुओं की खरीदारी के लिए भी समुचित विदेश मुद्रा नहीं होने से हालात काफी खराब हो चुके हैं।
पाकिस्तान जहां आईएमएफ के कर्ज को लेकर पटाखे फोड़ रहा है, वहीं श्रीलंका की सोच इसके उलट है।
पाकिस्तान ने अपने रक्षा बजट में पिछले वर्ष के मुकाबले 11 फीसदी का इजाफा किया है। यह बजट अब कुल 1,523 अरब रुपए का कर दिया गया है।
अर्थशास्त्रियों की माने तो कोरोना ने 2008 की आर्थिक मंदी से बुरे हालात पैदा कर दिए हैं। ऐसे में समय रहते अगर चेता नहीं गया तो इसके गंभीर परिणाम उठाने होंगे।
समीक्षा में कहा गया कि इस क्षेत्र के लिए सरकार ने यह कदम ऐसे समय पर उठाया है जब वैश्विक अर्थव्यवस्था आपूर्ति श्रृंखलाओं की गंभीर बाधाओं के कारण सेमीकंडक्टर की भारी कमी का सामना कर रही है।
आर्थिक समीक्षा में उम्मीद जाहिर की गई है कि अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष के दौरान 9.2 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी, जो महामारी से पहले के स्तर के मुकाबले सुधार का संकेत है।
आर्थिक सर्वेक्षण में वित्त वर्ष 2021-22 के लिए विकास दर का अनुमान 9.2 फीसदी पेश किया गया है। वहीं, अगले साल (वित्त वर्ष 2022-23) ग्रोथ का अनुमान 8-8.5 फीसदी है।
शेयर बाजार खुलने के साथ सेंसेक्स में 700 से ज्यादा अंकों की बढ़त देखने को मिली थी। वहीं, निफ्टी ने डबल सेंचुरी मारी और 200 अंकों की बढ़त के साथ खुला था।
कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम का कार्यकाल दिसंबर में समाप्त होने के बाद से पद रिक्त था, जिसके कारण 2021-22 का आर्थिक सर्वेक्षण इस वर्ष अपने एक-खंड के प्रारूप में आ सकता है।
इकोनॉमिक सर्वे रिपोर्ट में यह जानकारी भी दी जाती है कि मनी सप्लाई का ट्रेंड क्या है, इसके अलावा कृषि, औद्योगिक उत्पादन, बुनियादी ढांचा, रोजगार, निर्यात, आयात, विदेशी मुद्रा के मुद्दे पर अर्थव्यवस्था की वर्तमान हालत क्या है।
इस साल जनवरी में जारी आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 में मार्च 2022 में समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष के दौरान 11 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि का अनुमान लगाया गया था।
पिछली दो तिमाहियों में वृद्धि दर 6 प्रतिशत से अधिक रही थी और पिछली तिमाही की वृद्धि दर उससे काफी कम रही।
श्रीलंका काफी हद तक पर्यटन और चाय के निर्यात पर निर्भर है। कोरोना वायरस महामारी की वजह से देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है।
देश में हालांकि एटीएम मशीनें अभी भी काम कर रही हैं, लेकिन निकासी को 24 घंटे में लगभग 200 डॉलर तक सीमित कर दिया गया है।
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