हफ्तेभर में विदेशी मुद्रा भंडार में 3 अरब डॉलर से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। मार्च 2017 से लेकर 26 जनवरी 2018 तक देश का विदेशी मुद्रा भंडार 47.83 अरब डॉलर बढ़ा है।
12 जनवरी को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.7 अरब डॉलर बढ़कर 413.825 अरब डॉलर के नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है।
आज मोदी सरकार के खाते में एक और उपलब्धि जुड़ गई, जब देश का विदेशी पूंजी भंडार इतिहास के उच्चतम शिखर पर पहुंच गया।
2017 के दौरान डॉलर के मुकाबले रुपये में करीब 6 प्रतिशत का उछाल आया है और अब 2018 की शुरुआत भी रुपए की मजबूती के साथ हुई है
औद्योगिक क्षेत्र की ऋण मांग में एक प्रतिशत की वृद्धि की बदौलत नवंबर माह में बैंकों के गैर-खाद्य ऋण उठाव में 8.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
22 दिसंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान देश का विदेशी मुद्रा भंडार 3.53 अरब डॉलर बढ़कर 404.921 अरब डॉलर के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।
देश का विदेशी पूंजी भंडार 8 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में 1.044 अरब डॉलर घटकर 400.897 अरब डॉलर हो गया, जो 25,838.8 अरब रुपए के बराबर है।
भारत का विदेशी पूंजी भंडार 1 दिसंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान 1.2 अरब डॉलर बढ़कर 401.942 अरब डॉलर हो गया, जो 25,894.1 अरब रुपए के बराबर है।
164 सदस्यों वाले WTO का 11वां मंत्रिस्तरीय सम्मेलन अर्जेंटीना के शहर ब्यूनस आयर्स में 10 से 13 दिसंबर के बीच आयोजित होने वाला है
सरकार ने निर्यात बढ़ाने के लिये नये प्रोत्साहनों की घोषणा की है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने विदेश व्यापार नीति (एफटीपी) 2015-20 की मध्यावधि समीक्षा करते हुए इन प्रोत्साहनों की घोषणा की।
श्रम आधारित क्षेत्रों जैसे वस्त्र और चमड़ा उद्योग में रोजगार सृजन को बढ़ावा देना विदेश व्यापार नीति की मध्यावधि समीक्षा के अहम बिंदुओं में शामिल है
सरकार विदेश व्यापार नीति की मध्यावधि समीक्षा आज शाम को जारी करेगी। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभू शाम 4 बजे इसे जारी करेंगे
विदेश व्यापार नीति की मध्यावधि समीक्षा में मुख्य रूप से निर्यातकों की चिंताए दूर करने पर ध्यान दिया जा सकता है क्योंकि देश के निर्यात में लगातार गिरावट आई है
शेयर बाजार में हुए विदेशी निवेश के आंकडों को देखे तों नवंबर के दौरान 5 महीने यानि GST काल का सर्वाधिक विदेशी निवेश हुआ है।
एक बार फिर देश का विदेशी मुद्रा भंडार 400 अरब डॉलर के स्तर को पार कर गया है। पिछले पांच हफ्तों से इसमें लगातार गिरावट आ रही थी।
सरकार विदेश व्यापार नीति (एफटीपी) की बहुप्रतीक्षित मध्यावधि समीक्षा मंगलवार को जारी करेगी। इसमें निर्यातकों की दिक्कतों को दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
रुपया मजबूत होने से विदेशों से आयात होने वाले हर सामान पर अब पहले के मुकाबले कम भारतीय रुपए खर्च होंगे, लेकिन निर्यात से कमाई भी घटेगी
विदेशी मुद्रा भंडार 17 नवंबर को 24.04 करोड़ डॉलर बढ़कर 399.533 अरब डॉलर हो गया। इसका मुख्य कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों में पर्याप्त तेजी आना है।
RBI के आंकड़ों के मुताबिक, सिंतबर महीने में केंद्रीय बैंक ने 3.788 अरब डॉलर की खरीदी की, जबकि हाजिर बाजार में 2.529 अरब डॉलर की बिक्री की।
देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही है। तीन नवंबर को समाप्त सप्ताह में यह 2.22 करोड़ डॉलर घटकर 398.739 अरब डॉलर रह गया
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