Ahoi Ashtami 2025 Star Rise Time: अहोई अष्टमी व्रत में माताएं सूर्योदय से लेकर सायाह्नकाल तक उपवास करती हैं। करवा चौथ की तरह ही ये व्रत भी निर्जला रखा जाता है। बस अंतर इतना है कि ये व्रत महिलाएं अपनी संतान की लंबी उम्र के लिए रखती हैं वहीं करवा चौथ पति के लिए रखा जाता है। अहोई अष्टमी में संध्या के समय माताएं कथा सुनती हैं फिर तारों को अर्घ्य देकर अपना व्रत पूर्ण करती हैं। चलिए आपको बताते हैं अहोई अष्टमी पर तारा उगने का समय क्या रहेगा।
अहोई अष्टमी पर तारे निकलने का समय 2025 (Ahoi Ashtami 2025 Star Rise Time)
| शहर का नाम | तारे निकलने का समय |
| नई दिल्ली | 06:17 PM |
| नोएडा | 06:17 PM |
| लखनऊ | 06:03 PM |
| कानपुर | 06:06 PM |
| चंडीगढ़ | 06:18 PM |
| पटना | 05:47 PM |
| जम्मू | 06:25 PM |
| देहरादून | 06:13 PM |
| शिमला | 06:16 PM |
| जयपुर | 06:24 PM |
| मुंबई | 06:39 PM |
| रांची | 05:47 PM |
| कोटा | 06:24 PM |
| बेंगलूरु | 06:23 PM |
अहोई अष्टमी पर तारों को अर्घ्य देने की विधि (Ahoi Ashtami Par Taro Ko Arghya Dene Ki Vidhi)
तारों को अर्घ्य देने से पहले शाम में विधि विधान अहोई माता की पूजा करें। साथ ही अहोई माता की व्रत कथा पढ़ें या सुनें। फिर संध्या समय तारों को जल अर्पित करें और अहोई माता से संतान की लंबी उम्र की प्रार्थना करें। इसके बाद अपना व्रत खोल लें।
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