Highlights
- हार्दिक पांड्या ने आखिरी वन डे में 24 रन देकर झटक लिए चार विकेट
- बल्लेबाजी में भी हार्दिक पांड्या ने खेली 55 गेंदों पर 71 रन की पारी
- इंग्लैंड के खिलाफ हार्दिक पांड्या ने शॉर्ट गेंदों का शानदार इस्तेमाल किया
Hardik Pandya Fitness : भारत और इंग्लैंड के बीच वन डे सीरीज के आखिरी मैच का हीरो ऋषभ पंत को कहा जा रहा है। ऋषभ पंत के नाबाद शतक की बदौलत भारतीय टीम ने पांच विकेट से इस मैच को जीत लिया और सीरीज भी अपने नाम कर ली। लेकिन बल्लेबाजों के लिए अच्छी इस पिच पर हार्दिक पांड्या ने इंग्लैंड को बड़ा स्कोर बनाने से रोक दिया। हार्दिक पांड्या ने पहले अच्छी गेंदबाजी की और उसके बाद बल्लेबाजी में भी ऋषभ पंत के सााि लंबी साझेदारी निभाई। हालांकि इससे पहले कि टीम इंडिया मैच जीत पाती, वे आउट हो गए, लेकिन इसके बाद भी उनकी पारी की तारीफ की जानी चाहिए। हार्दिक पांड्या की फिटनेस को लेकर लगातार सवाल उठ रहे थे, लेकिन अब वे मैदान पर बिल्कुल फिट नजर आ रहे हैं। सीरीज के आखिरी मैच के बाद उन्होंने अपनी फिटनेस के बारे में भी बात की।
पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड की टीम ने बनाए थे 259 रन
चोट के कारण लंबे समय तक गेंदबाजी नहीं करने वाले भारतीय ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या ने इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय मैच में दमदार प्रदर्शन किया। न केवल गेंद से बल्कि बल्ले से भी हार्दिक पांड्या ने टीम इंडिया की जीत में बड़ा योगदान दिया। मैच के बाद उन्होंने कहा कि उनका शरीर अब पूरी तरह से ठीक है और उन्हें पीठ मोड़ने में कोई परेशानी नहीं हो रही है। हार्दिक पांड्या ने 24 रन देकर चार विकेट झटके, जिससे बल्लेबाजी के लिए आसान पिच पर इंग्लैंड की पारी 259 रन पर सिमट गई। वन डे इंटरनेशनल में यह हार्दिक पांड्या का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। उन्होंने शॉर्ट गेंदों का शानदार इस्तेमाल किया और ऐसी गेंदों पर बेन स्टोक्स, लियाम लिविंगस्टोन और कप्तान जोस बटलर के विकेट लिए।
गेंदबाजी में हल्का सा बदलाव करने के बाद मिली हार्दिक पांड्या को सफलता
हार्दिक पांड्या ने कहा कि मुझे अपनी पीठ को थोड़ा मोड़ना पड़ा, अपनी योजनाओं को बदलना पड़ा, मैंने महसूस किया कि यह विकेट फुल लेंथ वाली गेंद के लिए नहीं था। मैंने शॉर्ट-बॉल डालने की योजना बनाई। लियाम लिविंगस्टोन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मैं हमेशा अपने बाउंसर पर जोखिम उठाना चाहता हूं। लिविंगस्टोन को भी शॉट गेंद पसंद है। उसने मेरी गेंद पर दो छक्के जड़े लेकिन उसके विकेट लेने से मैच में काफी फर्क आया। उन्होंने कहा कि मेरा शरीर अब ठीक है। इसलिए मैं बिना किसी परेशानी के इतनी गेंदबाजी कर पा रहा हूं। मेरे वर्कलोड मैनेजमेंट में कप्तान की भूमिका शानदार है। मुझे कब गेंदबाजी करनी है और कब नहीं उन्हें इस बारे में अच्छे से पता है।
(PTI Inputs)