
अगर किसी चीज को शिद्दत से चाहो तो, पूरी कायनात उसे मिलाने में जुट जाती है। ओम शांति ओम फिल्म का ये डायलॉग विराट कोहली पर पूरी तरह से फिट बैठता है। सुपरस्टार बल्लेबाज कोहली 2008 से ही आईपीएल में आरसीबी का हिस्सा हैं और हर सीजन उन्होंने बेजोड़ मेहनत की, रनों के अंबार लगा दिए। उनकी ऊर्जा फील्ड पर देखते ही बनती थी, करोड़ों फैन भी बने। लेकिन उनके ताज में किसी एक चीज की कमी रह जाती थी, तो वह थी आईपीएल ट्रॉफी की। हर बार वह निराश होते और फिर अगले सीजन दोगुने उत्साह के साथ वापस आते। अब आईपीएल 2025 में RCB ने पंजाब किंग्स को पटखनी देकर खिताब जीत लिया और इसी के साथ कोहली का ट्रॉफी जीतने का अधूरा ख्वाब भी पूरा हो गया, जब आरसीबी ने ट्रॉफी जीती, तो उनकी आंखों में आंसूओं का सैलाब था। साथी खिलाड़ी उन्हें घेरकर खड़े हो गए और जश्न मनाने लगे। पहली बार RCB के फैंस ने इसे अनुभव किया। ‘ई साला कप नामदे (इस साल कप हमारा होगा) का नारा ‘ई साला कप नामडु (इस साल कप हमारा है) में बदल गया। तो अब इसी सीजन आरसीबी ने ऐसा क्या किया कि उनका सालों पुराना सपना पूरा हो गया?
आरसीबी की गेंदबाजी में दिखी पैनी धार
IPL 2025 में आरसीबी की टीम के पास बेहतरीन गेंदबाज मौजूद थे, जो विरोधी गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाने में माहिर थे। इनमें जोश हेजलवुड, यश दयाल, भुवनेश्वर कुमार, सुयश शर्मा, क्रुणाल पांड्या शामिल थे। तेज गेंदबाजी आक्रमण की जिम्मेदारी लाइन लेंथ में माहिर हेजलवुड ने निभाई। उन्होंने पावरप्ले और डेथ ओवर्स में कमाल की गेंदबाजी की, जिससे विरोधी बल्लेबाज रन बनाने के लिए तरसते रहे। उन्हें साथ मिला अनुभवी भुवनेश्वर और युवा दयाल का। भुवनेश्वर को स्विंग में महारत हासिल है। इसका नमूना फाइनल में दिखा, जब उन्होंने एक ही ओवर में दो विकेट हासिल किए। इन तीनों गेंदबाजों की तिकड़ी के आगे विरोधी प्लेयर्स की एक ना चली और मैच दर मैच आरसीबी की टीम मुकाबला जीतते चली गई।
22 साल के सुयश बने स्पिन के जादूगर
दूसरी तरफ स्पिन विभाग में क्रुणाल पांड्या और 22 साल के सुयश शर्मा भी दूसरी टीमों के लिए परेशानी का सबब बने रहे। अगर आरसीबी की टीम फाइनल जीतने में सफल रही है, तो इसमें इन दोनों प्लेयर्स का अहम योगदान रहा है। क्वालीफायर-1 में सुयश ने पंजाब किंग्स के खिलाफ ऐसी गेंदबाजी की, जिससे वह चारों खाने चित हो गई। उनकी गेंदबाजी की वजह से ही पंजाब की टीम क्वालीफायर-1 में 101 रनों पर सिमट गई। सुयश ने इस मैच में तीन विकेट हासिल किए और सिर्फ 17 रन दिए। उन्होंने अपने दम पर आरसीबी को फाइनल में पहुंचाया।
क्रुणाल पांड्या फाइनल में बने सबसे बड़े हीरो
इसके बाद फाइनल में आरसीबी के सामने एक बार फिर पंजाब किंग्स की टीम सामने थे। इस बार क्रुणाल पांड्या की गेंदबाजी के आगे पंजाब किंग्स का बैटिंग ऑर्डर ध्वस्त हो गया। उन्होंने अपने चार ओवर में 17 रन देकर तीन विकेट हासिल किए और अच्छे खेल के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड मिला। फाइनल में वह टीम के लिए सबसे बड़े हीरो बनकर उभरे। मैच के बाद विराट कोहली ने कहा कि इस सीजन आरसीबी की गेंदबाजी बहुत ही अच्छी रही है और उसने ट्रॉफी जिताने में असर डाला।
विराट कोहली ने आगे बढ़कर किया लीड
आरसीबी की टीम के मौजूदा स्क्वाड में सभी प्लेयर्स को अपने रोल का पता था कि किस खिलाड़ी को क्या करना है। बैटिंग ऑर्डर में टीम के पास विराट कोहली, फिल साल्ट, देवदत्त पड्डीक्कल, रजत पाटीदार, जितेश शर्मा और रोमारियो शेफर्ड जैसे प्लेयर्स शामिल थे। कोहली और साल्ट की ओपनिंग जोड़ी ने ज्यादातर मौकों पर टीम को मजबूत शुरुआत दिलाई और बड़े स्कोर की नींव रखी। देवदत्त ने तीसरे नंबर पर टीम के लिए उपयोगी पारियां खेली, जब वह चोटिल होकर बाहर हुए, तो उनकी जगह पर आए मयंक अग्रवाल ने अच्छा प्रदर्शन जारी रखा।
जितेश शर्मा ने निभाया फिनिशर का रोल
जितेश शर्मा और रोमारियो शेफर्ड ने टीम के लिए फिनिशर की भूमिका निभाई। इन दोनों प्लेयर्स ने निचले क्रम पर उतरकर ताबड़तोड़ अंदाज में रन बनाए। उन्होंने लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ 33 गेंदों में 85 रन बनाए, जिसमें 8 चौके और 6 छक्के शामिल रहे। उनकी वजह से ही टीम मैच जीतने में सफल रही। इसके अलावा फाइनल में भी जितेश ने 10 गेंदों में 24 रन बनाए। वहीं रोमारियो शेफर्ड ने बल्लेबाजी के साथ-साथ गेंदबाजी में भी दमदार प्रदर्शन किया। शेफर्ड ने चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ मैच में सिर्फ 14 गेंदों में 53 रन बनाए, जिसमें 4 चौके और 6 छक्के शामिल रहे। उन्होंने तूफानी फिफ्टी जड़ी और टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका अदा की।
RCB ने एकजुट होकर किया प्रदर्शन
आरसीबी ने आईपीएल 2025 में घर से बाहर (होम ग्राउंड चिन्नास्वामी स्टेडियम) कुल 10 मुकाबले खेले, जिसमें से टीम ने 9 में जीत हासिल की है और सिर्फ एक हारा। इन 9 जीत ने ही आरसीबी को प्लेऑफ में पहुंचाने का काम किया। इसके अलावा पूरे टूर्नामेंट में आरसीबी के लिए कोई एक खिलाड़ी मैच विनर नहीं रहा। बल्कि 9 खिलाड़ियों ने अलग-अलग मैचों में प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड जीते। यानी के टीम ने एकजुट होकर प्रदर्शन किया और इससे विरोधी टीमें पस्त हो गईं।
रजत पाटीदार ने कप्तानी में दिखाया दम
आईपीएल 2025 से पहले आरसीबी की टीम ने युवा रजत पाटीदार को कप्तानी की कमान सौंपी, जबकि वह कुछ साल पहले ही टीम में रिप्लेसमेंट के तौर पर शामिल हुए थे। लेकिन मैनेजमैंट ने उन पर भरोसा दिखाया और वह उस भरोसे पर बिल्कुल खरे उतरे। उनकी कप्तानी में टीम ने 18 साल के लंबे सूखे को खत्म करते हुए खिताब जीता। उनसे पहले विराट कोहली, अनिल कुंबले और डेनियल विटोरी जैसे दिग्गज टीम के कप्तान रहे, लेकिन कोई भी ट्रॉफी नहीं जिता पाया। रजत ने आरसीबी के लिए 13 मैचों में कप्तानी की, जिसमें से टीम ने 10 में जीत हासिल की।