दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रहा है। दिवाली के बाद से ही दिन-ब-दिन प्रदूषण बढ़ता ही जा रहा है। राजधानी दिल्ली में सांस लेना मुश्किल हो चुका है। दिल्ली में आज भी प्रदूषण बेहद खतरनाक स्तर पर है।
तापमान में आई गिरावट और बढ़ते प्रदूषण की वजह से जुकाम और खांसी के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है
सीपीसीबी की वायु प्रयोगशाला के प्रमुख दीपांकर साहा सहित इसके अन्य वैज्ञानिकों की ओर से किए गए एक अध्ययन में पाया गया दिल्ली में पीएम2.5 का करीब 11 फीसदी कण दरअसल नमक है। बहरहाल, ठंड के महीनों में अध्ययन किए जाने के कारण वैज्ञानिकों ने इस बात की संभाव
दूरंसचार बुनियादी ढांचा उद्योग के संगठन का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर में लंबे समय तक बिजली आपूर्ति ठप रहने की स्थिति में मोबाइल सेवाएं बाधित हो सकती हैं।
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