खबर में कहा गया कि यह चीनी मंत्रिमंडल ‘स्टेट काउंसिल’ द्वारा भौगोलिक नामों पर जारी नियमों के अनुसार है।
सीडीएस बिपिन रावत ने कहा कि भारतीय और चीनी, दोनों सेनाओं की एलएसी पर अपनी-अपनी चौकियां हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जहां भी चीन ने अपनी चौकियां विकसित की है, हमने उस क्षेत्र में मौजूद कुछ पुरानी जर्जर झोपड़ियां देखी थी।’’
अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने कहा, “भगवान न करे अगर युद्ध छिड़ गया तो सेना इससे कैसे निपटेगी, अगर उसके पास हथियार नहीं हैं। हमें सावधान और सतर्क रहना होगा। हमें तैयार रहना है। हमारे रक्षा मंत्री ने भारतीय सड़क कांग्रेस में भाग लिया था और कहा था कि सेना को आपदा प्रतिरोधी सड़कों की जरूरत है।”
तिब्बत और शिनजियांग सैन्य जिलों से एक पर्याप्त रिजर्व बल पश्चिमी चीन के अंदरुनी हिस्सों में तैनात किया गया था ताकि त्वरित प्रतिक्रिया के लिये तैयार रहा जा सके।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, उत्तरी सीमाओं पर वर्तमान स्थिति पर टिप्पणी करते हुए, रक्षा मंत्री ने पूर्ण विश्वास व्यक्त किया कि सैनिक मजबूती से खड़े हैं।
इस मानव रहित मशीन गन से बॉर्डर एरिया में किसी जानवर या बेगुनाह की जान को नुकसान न पहुंचे इसके लिए यह गन गोलियाँ दागने से पहले कंट्रोल रूम को टार्गेट का फोटो सेंड कर देता है ताकि किसी बेगुनाह की जान न जाये।
पिनाका मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम (एमएलआरएस) को डीआरडीओ द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है। पिनाका रॉकेट सिस्टम 45 किलोमीटर तक की दूरी पर स्थित लक्ष्य को भेदने के साथ 44 सेकेंड में 12 रॉकेट दाग सकता है।
भारत की चीन के साथ लगभग 3,500 किलोमीटर लंबी सीमा है, और इसके ज्यादातर इलाके में बॉर्डर का स्पष्ट निर्धारण नहीं हुआ है।
मंगलवार को सेना की पूर्वी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ने कहा था कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश सेक्टर के सामने अपनी तरफ अंदरूनी इलाकों में तैनाती और सैन्य अभ्यास बढ़ा दिया है तथा भारत ने क्षेत्र में सुरक्षा संबंधी हर प्रकार की चुनौती से निपटने के लिए इसी के अनुसार योजनाएं तैयार की हैं।
सेना की पूर्वी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ने कहा, क्योंकि एलएसी के पास बुनियादी ढांचा खड़ा हो गया है, इसलिए सीमा पर सैनिकों की संख्या में थोड़ी वृद्धि हुई है।
चीन की फौज की नई चाल क्या है? सरहद पर हमारी सेना कितनी तैयार? देखिए अरुणाचल प्रदेश में LAC की जमीनी स्थिति पर पूर्वी सेना प्रमुख के साथ ख़ास बातचीत।देखिए आज की बात रजत शर्मा के साथ।
भारतीय सेना ने एलएसी के पास लद्दाख के न्योमा में अग्रिम ठिकानों पर तैनात सैनिकों को अब चीन के साथ सीमा की रक्षा के लिए अमेरिकी सिग सॉयर 716 असॉल्ट राइफलें और स्विस एमपी-9 पिस्टल बंदूकें प्रदान की जा रही हैं।
थल सेना प्रमुख एम एम नरवणे ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान पश्चिम और उत्तर की अस्थिर सीमाओं पर चुनौतियों का सामना करते हुए भारतीय सेना और मजबूत हुई।
भारतीय और चीनी सेनाओं ने पूर्वी लद्दाख में लंबित मुद्दों को ''तेजी'' से हल करने पर सहमति जतायी और 12वें दौर की सैन्य स्तर की वार्ता को ''रचनात्मक'' करार दिया।
वास्तिविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है और समय समय पर इस तरह के काम करता रहता है जो भारत के हित में न हो।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दुशांबे में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक से इतर चीन के अपने समकक्ष वांग यी से मुलाकात की। यह मुलाकात लगभग एक घंटे चली।
अबतक लद्दाख बॉर्डर पर मिली नाकामी से नाराज होकर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भारत के साथ लगती सीमा की निगरानी करने वाले पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के वेस्टर्न थियेटर कमांड में बड़ा बदलाव किया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ऑनलाइन प्रेस वार्ता में इस बात पर जोर दिया कि पूर्वी लद्दाख में सैनिकों के हटने से ही सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बहाल हो सकती है और द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति का माहौल बन सकता है।
मोदी सरकार ने चीन पर अंकुश लगाने की तैयारी लगभग पूरी कर ली है। ऐसे में सरकार जल्दी ही इस संबंध में बड़ी घोषणा कर सकती है। दोनों देशों के बीच हाल ही में कई महीनों तक LAC पर तनातनी चली थी जिसका दोनों के संबंधों पर बहुत बुरा असर पड़ा है।
चीन के ग्लोबल टाइम्स ने गलवान वैली झड़प का वीडियो पोस्ट किया है। तीनी सैनिकों की झड़प का 3 मिनट 20 सेकेंड का वीडियो जारी किया है। चीन ने पहली बार माना गलवान में उसके सैनिक भी मारे गए थे। गलवान में 4 सैनिकों के मारे जाने की बात चीन ने कबूली है। गलवान घाटी में हुए झड़प को चीन ने एक वीडियो जारी कर पहली बार ये कबूल किया है कि उसके सैनिक मारे गए थे। चीन ने करीब आधे घंटे पहले गलवान वैली का ये वीडियो जारी किया है।
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