चीन में राष्ट्रीय सुरक्षा के लेकर एक नई किताब जारी की है। इस किताब में कहा गया है कि छात्रों को पश्चिमी संस्कृति के प्रति सतर्क रहना चाहिए और इंटरनेट का उपयोग करते समय सावधान रहना चाहिए।
चीन ने ताइवान के द्वीप के पास मिसाइल परीक्षण करके उसकी चिंताओं को बढ़ा दिया है। ऐसा माना जा रहा है कि ताइवान पर कब्जे की प्लानिंग के तहत यह सब किया जा रहा है। इस रणनीतिक की आशंका को भांपकर ताइवान की सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और इलाके में वायुसेना की तैनाती कर दी गई है।
पीएम मोदी रूस की यात्रा पर ऐसे समय में गए हैं जब जब पूरी दुनिया एक बार फिर से दो धड़ों में बंटती नजर आ रही है। दुनिया भर की नजरें पीएम मोदी और पुतिन की मुलाकात पर हैं। इस मुलाकात से चीन को भी एख बड़ा संदेश गया है।
चीन के पूर्व रक्षामंत्री रहे ली शांगफू बड़ी मुसीबत में पड़ गए हैं। भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरने के बाद शांगफू पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बड़ी कार्रवाई कर दी है। उन्हें कम्युनिस्ट पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। साथ ही उनके खिलाफ अभियोजन की कार्यवाही भी आरंभ कर दी गई है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन का चीन में भव्य स्वागत हुआ है। जिनपिंग ने राजकीय यात्रा पर आए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का शानदार स्वागत किया। इस दौरान पुतिन ने शी जिनपिंग को 'मेरे प्रिय मित्र' कहकर संबोधित किया।
बीजिंग में एंटनी ब्लिंकन ने जवाब देते हुए कहा कि बाइडन प्रशासन विवाद के मुद्दों पर भी अमेरिकी-चीन वार्ता को प्राथमिकता देता है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष में कुछ प्रगति हुई है लेकिन संकेत दिया कि बातचीत कठिन बनी रहेगी।
एक विदेशी मीडिया को दिए पीएम मोदी के साक्षात्कार को लेकर चीन ने फिर अपनी प्रतिक्रिया दी है। चीन के विदेश मंत्रालय का कहना है कि भारत-चीन ने सीमा विवादों को हल करने के लिए काफी सकारात्मक प्रगति की है। चीन ने भारत के साथ संबंध सुधरने की उम्मीद जताई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच फोन पर बातचीत हुई है। दोनों नेताओं के बीच ताइवान, आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस और सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा हुई। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन आने वाले हफ्तों में चीन की यात्रा भी करेंगे।
अरुणाचल प्रदेश को लेकर भारत के स्पष्ट रुख के बाद भी चीन अपनी चालाकियों पर कायम है। चीन ने अब अरुणाचल प्रदेश में 30 जगहों के नाम बदले हैं। चीन अरुणाचल प्रदेश को जांगनान कहता है।
पीएम मोदी के हालिया अरुणाचल दौरे पर चीन ने ऐतराज जताया है। चीन अरुणाचल प्रदेश पर अक्सर गलत बयानी करता रहा है। इसका भारत ने हमेशा कठोरता से विरोध दर्ज कराया है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों और पीएम मोदी की दोस्ती को हाल ही में दुनिया ने देखा। इस दोस्ती से चीन को मिर्ची लगी है। चीन अब फ्रांस और चीन के संबंधों की दुहाई देने लगा है। जानिए चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग ने क्या कहा?
ताइवान में लाई-चिंग-ते के राष्ट्रपति बनने के बाद ही चीन ने इस देश से अपने संबंधों को तोड़ लिया था। अब चीन एक अन्य द्वीप देश पर बुरी नजर डालने लगा है। ताइवान की तरह यह भी एक द्वीप देश है और क्षेत्रफल में ताइवान से भी छोटा है। इस छोटे से देश का नाम नाउरू है, जिससे चीन ने अब अपने राजनयिक संबंधों को बहाल कर लिया है।
मालदीव के राष्ट्रपति की चीन में आधिकारिक यात्रा के दौरान मोहम्मद मोइज्जू और शी जिनपिंग ने मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद चीन की ओर से बयान आया है। चीन ने गीदड़भभकी देते हुए कहा कि यदि किसी देश ने मालदीव में हस्तक्षेप किया तो...'।
भारत विरोधी रुख रखने वाले मालदीव के राष्ट्रपति ने चीन में अपने समकक्ष शी जिनपिंग से मुलाकात की। इस दौरान 20 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इस दौरान जिनपिंग ने मोइज्जू को 'ब्लू इकोनॉमी' के सपने दिखाए। इस मुलाकात और यात्रा पर भारत की बारीक नजर है।
इस यात्रा के दौरान मुइज्जू चीन के राष्ट्रपति शी जीनपिंग से भी मुलाकात करेंगे। मुइज्जू को चीन का काफी करीबी माना जाता है। हाल ही में हुए राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें चीन का समर्थन हासिल था।
अमेरिका और चीन में एक बार फिर ठन गई है। दोनों देशों के संबंध दोबारा तनावपूर्ण हो गए हैं। चीन ने 5 अमेरिकी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाकर जो बाइडेन को बड़ा झटका दिया है। हालांकि नवंबर 2023 में अमेरिकी राष्ट्रपति ने बीजिंग का दौरा कर दोनों देशों के संबंधों में घुली कड़वाहट दूर करने का प्रयास किया था।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के पास एक ऐसी अनोखी कार है, जो दुनिया में किसी नेता के पास नहीं है। उनकी कार के कायल तो खुद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन हैं, जिन्होंने जिनपिंग की कार की तारीफ भी की। जानिए इस कार में ऐसा क्या है खास?
सैन फ्रांसिस्को में अमेरिका-चीन सम्मेलन के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की जरूरत से ज्यादा आवभगत किए जाने पर एक अमेरिकी सांसद भड़क उठे हैं। सांसद क्रिस स्मिथ ने कहा कि चीन उइगर मुसलमानों समेत अन्य के मानवाधिकार हनन का दोषी है और दूसरे देशों की जमीन हड़पता है। दमनकारी को ऐसी आवभगत क्यों दी गई?
सैन फ्रांसिस्को में 15 नवंबर को हुए अमेरिका-चीन सम्मेलन के बाद अचानक तिब्बत का मुद्दा भी उछल गया है। अमेरिका से इस मुद्दे पर एक अंतरराष्ट्रीय संगठन ने चीन पर दबाव बनाने की मांग की है। साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को इस मुद्दे को समाधान कराने का उनका पुराना वादा भी याद दिलाया है।
अमेरिका-चीन सम्मेलन भले ही दोनों देशों के बीच कड़वाहट भरे रिश्तों में मिठास पैदा करने के प्रयास के तहत किया गया हो। बावजूद दोनों देशों के पूर्व रुख में खास बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है। सम्मेलन के अगले ही दिन बाइडेन ने चीनी राष्ट्रपति को तानाशाह कहा और अब एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि जो चीन को पसंद न हो वही बात कहेंगे।
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