कराची. कोरोना वायरस महामारी के दौरान करीब पूरी दुनिया ही लॉकडाउन की स्थिति में है। घरों में बंद होने से लोगों को परेशानियां हो रही हैं पर एक बात यह उभर कर सामने आई कि इस दौरान आपराधिक वारदात में बेहद कमी देखी गई है। लेकिन, पाकिस्तान इस मामले में भी अपवाद लग रहा है जहां लॉकडाउन के दौरान भी इन वारदात का होना जारी है।
पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, देश के सबसे बड़े शहर कराची में लॉकडाउन के दौरान अपराधी पूरी तरह से सक्रिय रहे। खास बात यह है कि सड़कों से लोगों को दूर रखने वाले इस लॉकडाउन में कराची में सबसे अधिक सड़कों पर होने वाले अपराध (स्ट्रीट क्राइम) ही हुए हैं। यह भी उल्लेखनीय है कि सिंध प्रांत की राजधानी कराची, पाकिस्तान में कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित जगहों में से एक है। इसलिए यहां लॉकडाउन को लागू करवाने के लिए पुलिस के साथ-साथ सेना के जवानों ने भी सख्ती की है। इसके बावजूद अपराधियों की करतूत जारी रहीं।
सिंध पुलिस ने एक रिपोर्ट में बताया है कि बीते करीब तीन हफ्ते में कराची में नागरिकों से मोबाइल फोन, कार व मोटरसाइकिलें छीनी गई हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 20 मार्च से 7 अप्रैल की अवधि में 379 मोबाइल फोन और 31 वाहन लोगों से लूट लिए गए। जिस अवधि का उल्लेख रिपोर्ट में किया गया है, इसमें 16 दिन लॉकडाउन की अवधि शामिल है।इसके साथ ही, सिंध प्रांत में अन्य जगहों पर डकैती की 28 वारदात हुई हैं। यह आधिकारिक आंकड़े हैं, अन्यथा लूट और झपटमारी के कई वीडियो अलग-अलग जगहों से सामने आ रहे हैं। इसके साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि लॉकडाउन की अवधि में हत्या जैसे संगीन अपराध नहीं हो रहे हैं और इनकी दर शून्य रिकार्ड की गई है।