
नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ फोन पर बातचीत में अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी ने अफगानिस्तान पर भारत द्वारा मिसाइल हमलों के पाकिस्तान के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी दी। जयशंकर और मुत्तकी के बीच बृहस्पतिवार को फोन पर हुई बातचीत, अगस्त 2021 में तालिबान के सत्ता पर नियंत्रण हासिल करने के बाद से नई दिल्ली और काबुल के बीच संपर्क का उच्चतम स्तर था।
अहम है जयशंकर और मुत्तकी की बात
सूत्रों ने बताया कि अगले सप्ताह जयशंकर की ईरान और चीन की निर्धारित यात्रा से ठीक पहले मुत्तकी का उनसे बातचीत करना काफी महत्व रखता है। दोनों पक्षों द्वारा व्यापार को बढ़ावा देने के मद्देनजर भारत ने अटारी सीमा के माध्यम से सूखे मेवे ले जाने वाले 160 अफगान ट्रकों के प्रवेश को मंजूरी दे दी, हालांकि पहलगाम हमले के बाद इस ट्रांजिट प्वाइंट को बंद कर दिया गया है। सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान ने ट्रांजिट प्वाइंट के वाघा की ओर ट्रकों के लिए मंजूरी रोक दी है। उन्होंने बताया कि भारत-अफगानिस्तान द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं, जो वर्तमान में लगभग एक अरब अमेरिकी डॉलर है।
पाकिस्तानी मीडिया में फैलाया गया झूठ
फोन पर बातचीत के दौरान, जयशंकर ने मुत्तकी द्वारा ‘‘झूठी और निराधार रिपोर्ट के माध्यम से भारत और अफगानिस्तान के बीच अविश्वास पैदा करने के हालिया प्रयासों को दृढ़ता से खारिज करने’’ का स्वागत किया। यह पाकिस्तानी मीडिया के एक वर्ग की रिपोर्ट का स्पष्ट संदर्भ था, जिसमें दावा किया गया था कि भारत ने पहलगाम में ‘झूठे ऑपरेशन’ को अंजाम देने के लिए तालिबान का सहारा लिया।
पहलगाम हमले की कड़ी निंदा
सूत्रों ने बताया कि फोन पर हुई वार्ता में एक बार फिर तालिबान पक्ष ने पहलगाम हमले की कड़ी निंदा की तथा अफगानिस्तान की धरती पर भारत द्वारा मिसाइल हमले करने के पाकिस्तान के आरोपों को खारिज कर दिया। सूत्रों ने बताया कि जयशंकर और मुत्तकी दोनों ने संपर्क में बने रहने पर भी सहमति जताई। (भाषा)
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