Friday, March 29, 2024
Advertisement

केरल कोविड मॉडल की कभी होती थी सराहना, अब उड़ाया जा रहा मजाक

केरल में बुधवार को दैनिक नए कोविड मामले हाल ही में उच्च स्तर पर पहुंच गए, जब 1,65,273 नमूनों का परीक्षण होने के बाद 31,445 लोग पॉजिटिव पाए गए।

IANS Reported by: IANS
Published on: August 26, 2021 12:25 IST
केरल कोविड मॉडल की कभी...- India TV Hindi
Image Source : PTI केरल कोविड मॉडल की कभी होती थी सराहना, अब उड़ाया जा रहा मजाक

तिरुवनंतपुरम: पिछले साल एक समय था जब केरल की तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री के.के. शैलजा के पास अंतर्राष्ट्रीय मीडिया के दर्जनों पत्रकार थे, जो उनसे यह जानना चाहते थे कि कैसे केरल का कोविड मॉडल बेहतरीन काम कर रहा है, लेकिन अब हाल फिलहाल ऐसा कुछ होता नहीं दिख रहा है। अब वे दिन गए और स्थिति इस हद तक आ गई है कि आज अगर किसी केरलवासी को राज्य की सीमा पार करनी है, तो आसान और सुगम मार्ग के लिए, उसे एक कोविड वैक्सीन जैब प्रमाण पत्र या अनिवार्य कोविड परीक्षण के परिणाम किसी एक को साथ रखना होगा।

बुधवार को ताजा खबर यह है कि अगर पड़ोसी राज्य कर्नाटक द्वारा सख्त प्रतिबंध लागू किया जाता है, तो केरल से आने वाले सभी लोगों को अपने राज्य में प्रवेश करने के बाद सात दिनों के क्वारंटीन से गुजरना होगा। वहीं पिछले महीने से, किसी को भी इस बात का पता नहीं है कि केरल में कोविड क्यों फैला। केरल में बुधवार को कोविड का आंकड़ा देश में कुल दैनिक मामलों का 65 प्रतिशत था। राज्य में दैनिक सक्रिय मामलों और मौतों की संख्या भी सबसे अधिक है।

केरल में बुधवार को दैनिक नए कोविड मामले हाल ही में उच्च स्तर पर पहुंच गए, जब 1,65,273 नमूनों का परीक्षण होने के बाद 31,445 लोग पॉजिटिव पाए गए। परीक्षण पॉजिटिविटी दर 19.03 प्रतिशत हो गई, जबकि 1,70,292 सक्रिय मामले और 215 कोविड की मौतें हुईं।

बहुप्रचारित 'केरल मॉडल' का अब मजाक उड़ाया जा रहा है और कई ट्रोल सामने आए हैं। एक ट्रोल था कि यूएन ने केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज को दुनिया को यह बताने के लिए आमंत्रित किया कि वे कैसे कोविड के 80 प्रतिशत मामलों का भार उठा रहे हैं, ताकि बाकी देशों को परेशानी न हो। विपक्ष के नेता वी.डी. सतीसन ने विजयन पर हमला करते हुए कहा कि किसी भी विश्लेषण के लिए, उचित डेटा देना होगा और आज स्थिति यह है कि केरल में कोविड का कोई डेटा उपलब्ध नहीं है। हम मांग करते हैं कि वर्तमान विशेषज्ञ समिति, जो कोविड मामलों की देखभाल कर रही है, का पुनर्गठन किया जाए। वे बुरी तरह विफल हो गए है। सतीसन ने कहा कि विजयन को अपनी चुप्पी तोड़नी होगी।

शैलजा को कैबिनेट में शामिल नहीं किए जाने के साथ, पत्रकार से युवा विधायक बनी वीना जॉर्ज को स्वास्थ्य विभाग दिया गया था, जिन्हें अक्सर टीवी चैनलों को बाइट देते हुए देखा जाता था, अब कोविड की संख्या बढ़ने के साथ ही वे टीवी पर दिखाई नहीं देती है। आलोचक ने कहा कि केरल में सबसे बड़ा अभिशाप यह है कि सब कुछ एक राजनीतिक लेंस के माध्यम से देखा जाता है। आंकड़े झूठ नहीं बोलते हैं और सभी अन्य राज्यों की तुलना में, केरल में क्या हो रहा है इसका जवाब पाने के लिए इंतजार कर रहे हैं।

Latest India News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement