मिखाइल को मारने के लिए 2.50 लाख की सुपारी-
इंद्राणी मुखर्जी ने अपने बेटे मिखाइल के मर्डर के पुख्ता प्लान बनाए थे। लेकिन ये मिखाइल की किस्मत ही थी कि वो हर बार बच निकला। इंद्राणी ने अब तक चार बार मिखाइल को मारने की कोशिश की लेकिन हर बार ये कोशिशें नाकाम रहीं। जब इंद्राणी की खुद की कोशिशों से मिखाइल नहीं मरा तो इंद्राणी ने इसके लिए एक कॉन्ट्रेक्ट किलर को हायर किया।
शीना बोरा मर्डर केस में मुख्य आरोपी खुद सीना की मां इद्राणी मुखर्जी हैं। पुलिस पूछातछ में इंद्राणी रोज नए राज उगल रही है। इस मामले में एक नया खुलासा हुआ है। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि इंद्राणी मुखर्जी ने अगस्त 2014 में अपने बेटे मिखाइल की हत्या के लिए मुंबई के एक कॉन्ट्रैक्ट किलर को हायर किया था।
कॉन्ट्रेक्ट किलर खोल रहा है इंद्रणी के राज-
जानकारी के मुताबिक इंद्राणी मुखर्जी ने इस कॉन्ट्रेक्ट किलर से संपर्क साधा और उसे ढाई लाख रुपये दिए पैसे देने के बाद इंद्राणी ने मिखाइल बोरा को मारने के लिए कहा लेकिन इस काम में कॉन्ट्रेक्ट किलर को कामयाबी नहीं मिली। सुपारी किलर ने पुलिस को दिए बयान में इस बात को कबूल किया है कि इंद्राणी ने मिखाइल को मारने के लिए उसे पैसे दिए थे।
पुलिस जल्दी ही इस सुपारी किलर का बयान दर्ज करेगी और फिर इंद्राणी और संजीव खन्ना की मौजूदगी में आमने-सामने बिठाकर पूछातछ करेगी। आपको बता दें कि मिखाइल ने भी पुलिस के सामने दिए बयान में अपनी हत्या का अंदेशा जताया था। पुलिस को दिए बयान में मिखाइल ने ये साफ तौर पर कहा था कि उसकी मां इंद्राणी उसे भी मारना चाहती है और अपने रास्ते से हटाना चाहती है।
शीना के मर्डर वाले दिन इंद्राणी ने उसे ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाया-
मिखाइल के मुताबिक शीना के मर्डर वाले दिन इंद्राणी ने उसे ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाया, लेकिन वह भागने में कामयाब रहा था। मिखाइल ने अपने बयान में कहा था कि शीना के हत्या वाले दिन मुझे ड्रिंक दी गई थी उसमें नशीली दवा थी और उसे पीने के बाद मैं बेहोश की हालात में आ गया इसके बाद इंद्राणी और संजीव ने कमरे को लॉक किया और मुझे वहीं छोड़कर शीना को पिक करने के लिए रवाना हो गए। शीना की हत्या के बाद और उसे ठिकाने लगाने के बाद दोनों वर्ली के घर पर वापस आये थे लेकिन मैं तबतक छिपा रहा जब तक की खुद को संभाल नहीं पाता। कुछ देर तलाशने के बाद इंद्राणी और संजीव वापस चले गए और मैं किसी तरह निकल भागने में में कामयाब हो पाया।
मिखाइल को इंद्राणी ने 3 बार मारने की कोशिश की-
मिखाइल को दो बार गुवाहाटी में, जबकि एक बार शीना की हत्या वाले दिन यानी 24 अप्रैल 2012 को भी मारने की कोशिश की गई थी। इस नए खुलासे से ये साफ हो गया है कि इंद्राणी की मिखाइल को मारने की ये चौथी कोशिश थी लेकिन ये कोशिश भी कामयाब नहीं हो सकी।
इंद्राणी मिखाइल को पागल करार करवाना चाहती थी-
इतना ही नहीं पुलिस जांच में ये भी पता चला था कि इंद्राणी मिखाइल को पागल करार करवाना चाहती थी और इसके लिए उसने मुंबई के एक मनोचिकित्क का सहारा भी लिया था। इसी डॉक्टर के जरिए मिखाइल का फर्जी सर्टिफिकेट बनवाया था।
इंद्राणी हर हाल में अपने बच्चों को मारना चाहती थी-
मुंबई का ये डॉक्टर पुलिस के घेरे में हैं। इसी डॉक्टर के सर्टिफिकेट की मदद से इंद्राणी मुखर्जी ने मिखाइल को पुणे के एक मनोरोग चिकित्सालय भी भेजा था लेकिन इस मेंटल हॉस्पिटल की जांच में मिखाइल नॉर्मल पाया गया। पुणे के अस्पताल के मुताबिक मिखाइल ड्रग एडिक्ट था, लेकिन उसे और कोई मानसिक बीमारी नहीं थी। बाद में इंद्राणी ने मिखाइल को बैंगलोर के ड्रग्स रिहैबलिटेशन सेंटर में भेज दिया था।
नए खुलासे ने एक बार फिर से इंद्राणी की नियत पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ये भी साफ हो गया है कि इंद्राणी हर हाल में अपने बच्चों को मारना चाहती थी और अपने रास्ते से हटाना चाहती थी। उम्मीद है कि जल्दी ही पुलिस सारे राज से पर्दा उठा देगी।
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