नयी दिल्ली: कांग्रेस नेताओं की अध्यक्षता वाली दो संसदीय समितियों ने व्हाट्सएप जासूसी मामले पर विचार करने का फैसला किया है और इसके लिए वह गृह सचिव समेत वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों से विस्तृत जानकारी मांगेगी। संसद की गृह मामलों की स्थायी समिति के अध्यक्ष एवं कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने समूचे व्हाट्सएप जासूसी प्रकरण को चिंताजनक बताते हुए कहा कि इस मुद्दे पर 15 नवंबर को होने वाली समिति की अगली बैठक में विचार किया जाएगा। सूचना प्रौद्योगिकी पर संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष शशि थरूर ने कहा कि साइबर सुरक्षा बड़ा मुद्दा है और समिति सरकार से इस मामले में स्पष्टीकरण चाहती है।
उन्होंने कहा,‘‘हमें किसी भी कीमत पर चीन की तरह निगरानी राष्ट्र नहीं बनना।’’ उल्लेखनीय है कि फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी व्हाट्सएप ने गुरुवार को कहा था कि इजराइली स्पाईवेयर ‘पेगासस’ का इस्तेमाल कर अज्ञात इकाइयों द्वारा वैश्विक स्तर पर जासूसी की जा रही है। भारत के कुछ पत्रकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता भी इस जासूसी के शिकार बने हैं। अगली बैठक में गृह सचिव जम्मू कश्मीर की मौजूदा स्थिति के बारे में समिति को जानकारी देने वाले हैं। शर्मा ने कहा, ‘‘बैठक में इस मुद्दे पर भी चर्चा की जाएगी और हम सचिव से विस्तृत जानकारी मांगेंगे।’’
थरूर ने कहा कि समिति अपनी चिंताएं साझा करेगी। उन्होंने कहा कि वह ईमेल के जरिये अन्य सदस्यों से मामले पर चर्चा करेंगे। थरूर ने कहा, ‘‘किसी भी सूरत में साइबर सुरक्षा हमारे एजेंडे में प्रमुख मुद्दा है और निश्चित रूप से हम इस मुद्दे को देखेंगे। हम सरकार से स्पष्टीकरण मांगेंगे।’’ उन्होंने कहा कि व्हाट्सएप एनएसओ मुद्दा अब उभरकर सामने आ गया है, ऐसे में यह सुनिश्चित करना अहम है कि कोई अन्य सोशल मीडिया मंच इस तरह से इस्तेमाल न किया जा सके और समिति यह जानना चाहेगी कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए वास्तव में क्या कर सकती है।
थरूर ने कहा, ‘‘यह महत्वपूर्ण है कि प्रौद्योगिकी माध्यमों के इस्तेमाल से हमारी स्वतंत्रता प्रभावित होने के जोखिम को लेकर एक लोकतंत्र के रूप में भारत हमेशा सतर्क रहे। हमें निश्चित रूप से किसी भी कीमत पर चीन की तरह निगरानी देश नहीं बनना है।’’
इस बीच, व्हाट्सअप ने कहा कि वह इजराइली निगरानी कंपनी एनएसओ ग्रुप के खिलाफ मुकदमा करेगा जो कथित रूप से इस प्रौद्योगिकी के पीछे है और उसने अज्ञात इकाइयों को करीब 1,400 उपभोक्ताओं के फोन हैक करने में मदद की। ये उपभोक्ता करीब चार महाद्वीपों से हैं जिनमें राजनयिक, राजनीतिक असंतुष्ट, पत्रकार और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी शामिल हैं। केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने इन आरोपों पर व्हाट्सएप को रिपोर्ट देने को कहा है। फेसबुक के स्वामित्व वाले व्हाट्सअप के वैश्विक तौर पर 1.5 अरब से अधिक उपयोगकर्ता हैं और भारत में इसके करीब 40 करोड़ उपयोगकर्ता हैं।