जेडीएस नेता एचडी रेवन्ना को यौन शोषण मामले में जमानत मिल गई है। होलेनरसीपुरा यौन शोषण मामले में उनके खिलाफ पहली शिकायत दर्ज की गई थी और इसी मामले में उन्हें जमानत मिली है। इससे पहले बेंगलुरु की एक अदालत ने उन्हें 17 मई तक अंतरिम जमानत दी थी। स्पेशल कोर्ट से अंतरिम जमानत मिलने के बाद रेवन्ना परापन्ना अग्रहरा जेल से रिहा हुए थे। उनके खिलाफ एक महिला के अपहरण और उनके बेटे पर यौन शोषण का मामला दर्ज है।
रेवन्ना ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। उनका कहना है कि मामला कोर्ट में है। इस वजह से वह कोई टिप्पणी नहीं करना चाहेंगे।
अदालत के लिए सम्मान
जमानत मिलने के बाद रेवन्ना ने कहा "न्यायपालिका के लिए मेरे अंदर सम्मान है। मुझे भगवान पर भरोसा है। 40 साल के राजनीतिक करियर में यह मेरे खिलाफ पहला केस है। मैं कोर्ट के आदेशों का पालन करूंगा। मामला अदालत में है, ऐसे में मैं कुछ और नहीं कहना चाहूंगा।"
हसन सेक्स टेप स्कैंडल मामले से जुड़े मैसूर किडनैपिंग केस में अदालत ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी और उन्हें 14 मई तक न्यायिक हिरासत में रखने के लिए कहा गया था। चार मई को विषेश जांच टीम ने उन्हें हिरासत में लिया था। उनके घर में काम करने वाली एक महिला के बेटे ने आरोप लगाए थे कि रेवन्ना के सहयोगी ने उसकी मां का अपहरण कर लिया था। इस महिला ने रेवन्ना के बेटे प्रज्जवल पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे।
क्या है मामला?
कर्नाटक सेक्स स्कैंडल मामले के मुख्य आरोपी प्रज्वल रेवन्ना को जेडीएस ने सस्पेंड कर दिया था। प्रज्वल रेवन्ना और उनके पिता एचडी रेवन्ना पर एक महिला ने यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। रिपार्ट्स के मुताबिक, महिला ने दावा किया कि हासन के सांसद प्रज्वल रेवन्ना ने 4-5 साल पहले बेंगलुरु स्थित अपने घर पर उसकी मां के साथ दुष्कर्म किया था। उन्होंने SIT को इस घटना के बारे पूरी जानकारी दी है। इसके अलावा महिला ने दावा किया कि उसे भी साल 2020 और 2021 में वीडियो कॉल कर कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया गया था। महिला ने यह भी दावा किया कि इन घटनाओं के पता चलने पर रेवन्ना के परिवार ने उसका समर्थन किया, जिसके बाद उसने यह शिकायत की।
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