लेह पुलिस ने पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद ही वांगचुक को लद्दाख से राजस्थान के जोधपुर जेल में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां उन्हें हाई-सिक्योरिटी वार्ड में 24 घंटे CCTV निगरानी में रखा गया है। उनकी यहां मेडिकल जांच की गई।
सीसीटीवी कैमरे से हो रही निगरानी
जेल में वांगचुक को 24 घंटे की कड़ी सुरक्षा में रखा गया है। साथ ही 24 घंटे सीसीटीवी कैमरों से उनकी निगरानी भी की जाएगी। मालूम हो की इसी जेल में आसाराम बापू भी बंद है, लेकिन वो अलग वार्ड में है।
लेह में इंटरनेट सेवाएं बंद
वांगचुक को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत गिरफ्तार किया गया है। वांगचुक की गिरफ्तारी के बाद लेह में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। यह गिरफ्तारी लद्दाख राज्य और छठी अनुसूची विस्तार के आंदोलन के समर्थकों द्वारा हिंसक विरोध प्रदर्शन के दो दिन बाद हुई है, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और 90 लोग घायल हो गए।
24 सितंबर को अपना अनशन किया समाप्त
वांगचुक ने छठी अनुसूची में को शामिल करने, राज्य का दर्जा देने और लद्दाख के नाजुक पारिस्थितिकी (fragile ecology) तंत्र की सुरक्षा की मांग को लेकर 10 सितंबर को लेह में अनशन शुरू किया था। शहर में बड़े पैमाने पर हिंसा भड़कने के बाद उन्होंने 24 सितंबर को अपना अनशन समाप्त कर दिया था।
गिरफ्तारी के विरोध में AAP ने निकाला कैंडल मार्च
आम आदमी पार्टी (AAP) ने सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी के विरोध में शाम 7 बजे जंतर-मंतर पर मोमबत्ती जुलूस निकाला है। आप के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज भी इस प्रदर्शन में शामिल हुए।
ये भी पढ़ें:
लेह हिंसा मामले में बड़ा अपडेट, पुलिस ने सोनम वांगचुक को गिरफ्तार किया